चीन के हांगझाओ में आयोजित हो रहे एशियन गेम्स में भारत को रोलर स्केटिंग से दो पदक प्राप्त हो गए हैं। महिला और पुरुष टीम ईवेंट, दोनों में ही भारत को ब्रॉन्ज मेडल हासिल हुए। इसी के साथ भारत ने रोलर स्केटिंग में अपने पिछले सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन की बराबरी कर ली है जब साल 2010 के एशियाड में भारत को दो ब्रॉन्ज मेडल मिले थे। महिला और पुरुष टीम स्पर्धा में यह भारत के पहले रोलर स्केटिंग मेडल हैं।
महिलाओं की 3000 मीटर रीले स्पीड स्केटिंग में भारत की ओर से संजना भाटुला, कार्तिका जगदीश्वरन, हीरल साढ़ू और आरती कस्तूरी राज ने भाग लिया। 4 मिनट 34 सेकेंड के समय के साथ भारतीय महिला टीम ने रीले समाप्त कर तीसरा स्थान पाया। चीनी ताइपे ने 4 मिनट 19 सेकेंड लेकर पहला और दक्षिण कोरिया ने 4 मिनट 21 सेकेंड के साथ दूसरा स्थान पाया।
पुरुषों की 3000 मीटर रीले स्पीड स्केटिंग में भी भारतीय टीम तीसरे नंबर पर रही। भारत के आर्यनपाल सिंह, आनंदकुमार, राहुल काम्बले और राजेंद्र इंगले की टीम ने 4 मिनट 10 सेकेंड का समय लिया। यहां भी चीनी ताइपे को गोल्ड और दक्षिण कोरिया को सिल्वर मेडल प्राप्त हुआ। रोलर स्केटिंग में 7 अक्टूबर तक अभी कुछ और मेडल ईवेंट्स होने बाकि हैं।
रोलर स्केटिंग के खेल को पहली बार साल 2010 के एशियन गेम्स में शामिल किया गया था। तब पुरुष फ्री स्टाइल स्पर्धा में अनूप कुमार यामा ने ब्रॉन्ज जीता था। भारत को पुरुष पेयर्स स्पर्धा में भी कांस्य पदक हासिल हुआ था। चीनी ताइपे का दल रोलर स्केटिंग में अभी तक सबसे सफल रहा है।
आयहिका-सुतीर्था को ब्रॉन्ज
टेबल टेनिस के अहम मुकाबले में सुतीर्था और आयहिका मुखर्जी को हार के साथ ब्रॉन्ज मेडल से संतोष करना पड़ा। महिला डबल्स के सेमिफाइनल में भारतीय जोड़ी को उत्तर कोरिया की चा सुयोंग और पाक सुयोंग ने कड़े मुकाबले में 4-3 से हराया। कोरियाई जोड़ी ने मैच 7-11, 11-8, 7-11, 11-8, 11-9, 5-11, 11-2 से जीता। सुतीर्था-आयहिका महिला डबल्स टेबल टेनिस में ब्रॉन्ज जीतने वाली पहली भारतीय जोड़ी है। यह भारत का 56वां मेडल रहा।
भारत के पास अब 13 गोल्ड, 21 सिल्वर और 22 ब्रॉन्ज समेत कुल 56 पदक हैं। चीन, जापान और दक्षिण कोरिया के बाद भारत पदक तालिका में चौथे स्थान पर है। चीन के पास 141 गोल्ड समेत कुल 254 पदक आ चुके हैं। जापान और दक्षिण कोरिया, दोनों के पास 30-30 गोल्ड मेडल हैं।