भारत ने हांगझाओ एशियन गेम्स में अपना 16वां गोल्ड मेडल जीत पुराने सभी एशियाड के प्रदर्शन को पीछे छोड़ दिया है। कम्पाउंड तीरंदाजी के मिक्स्ड डबल्स इवेंट में ज्योति सुरेखा और ओजस देओतली की जोड़ी ने गोल्ड मेडल हासिल किया। यह भारत का 71वां पदक है और इस तरह भारत ने 2018 के एशियन गेम्स में मिले 70 पदकों के आंकड़े को पार कर लिया है।
ज्योति और ओजस ने सबसे पहले क्वार्टरफाइनल में मलेशिया को 158-155 से मात दी। इसके बाद सेमिफाइनल में कजाकिस्तान को 159-154 से हराया। फाइनल मुकाबले में भारतीय जोड़ी का सामना पिछली बार की सिल्वर मेडलिस्ट दक्षिण कोरियाई टीम से था।
ज्योति-ओजस ने यह मुकाबला 159-158 से जीता और भारत के लिए गोल्ड मेडल हासिल कर लिया जो भारत का । ज्योति और ओजस, दोनों ही कम्पाउंड के महिला और पुरुष एकल वर्ग में भी फाइनल में पहुंच गए हैं। लेकिन रिकर्व के मिक्स्ड इवेंट में अंकिता भगत और अतानु दास की जोड़ी हार गई। भारतीय जोड़ी क्वार्टरफाइनल में इंडोनिशिया से एक समय आगे चल रही थी, लेकिन इंडोनिशियाई जोड़ी ने वापसी कर स्कोर बराबर किया, और फिर शूटऑफ में भारत को हार मिली। इसी के साथ रिकर्व तीरंदाजी में भारत का सफर समाप्त हो गया।
भारत को तीरंदाजी के मिक्स्ड टीम गोल्ड के अलावा बुधवार को 35 किलोमीटर पैदल चाल के मिक्स्ड इवेंट में ब्रॉन्ज प्राप्त हुआ और मुक्केबाजी में भारत की परवीन 57 किलोग्राम भार वर्ग में अपना सेमीफाइनल मैच हार गई जिस कारण उन्हें भी ब्रॉन्ज हासिल हुआ। इसके अलावा स्क्वॉश में मिक्स्ड डबल्स सेमीफाइनल में अभय सिंह और अनाहत सिंह की जोड़ी को हार मिली, जिस कारण उन्हें भी ब्रॉन्ज मेडल प्राप्त हुआ।
अबकी बार 100 पार
भारत के पास अब 16 गोल्ड, 26 सिल्वर और 31 ब्रॉन्ज समेत कुल 73 पदक हो गए हैं। यह भारत का एशियन गेम्स में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। इससे पहले भारत ने 2018 से एशियाड में कुल 70 पदक जीते थे। इस बार भारतीय दल ने 100 पदकों का लक्ष्य बनाया है। फिलहाल स्क्वॉश, बॉक्सिंग और तीरंदाजी में भारत के कुछ पदक पक्के हैं जबकि ऐथलेटिक्स कुश्ती, चेस, क्रिकेट से भी पदक आ सकते हैं। ऐसे में 100 के आंकड़े के करीब पहुंचने की उम्मीद जताई जा सकती है।