19वें हांगझाओ एशियन गेम्स में भारत को दूसरा मेडल मिल गया है। अर्जुन लाल और अरविंद सिंह ने रोइंग की लाइटवेट डबल्स स्पर्धा में सिल्वर मेडल हासिल किया। चीन ने गोल्ड जीता जबकि उजबेकिस्तान को ब्रॉन्ज मेडल प्राप्त हुआ। भारत को शूटिंग में पहले मेडल के रूप में सिल्वर हासिल हो चुका है।
पहले स्थान पर रही चीनी जोड़ी ने फाइनल में 6 मिनट 23 सेकेंड का समय लिया जबकि अर्जुन-अरविंद की भारतीय जोड़ी ने 6 मिनट 28 सेकेंड में रेस पूरी की। अर्जुन और अरविंद की जोड़ी 20 सितंबर को स्पर्धा की हीट्स में दूसरे स्थान पर रही थी जबकि रेपेचाज में उन्हें पहला स्थान मिला था। पुरुषों की इस स्पर्धा में शुरुआत से कुल 12 देशों ने भाग लिया था।
अर्जुन-अरविंद की जोड़ी पिछले कई सालों से साथ खेल रही है। साल 2019 में दोनों ने मिलकर एशियन रोइंग चैंपियनशिप में भी सिल्वर मेडल जीता था। इन दोनों ने ही 2020 टोक्यो ओलंपिक खेलों में भी भारत का प्रतिनिधित्व किया है।
कुल 14 गोल्ड दांव पर
रोइंग का खेल पैडल यानि ओर्स के सहारे नाव को आगे बढ़ाने का है। हांगझाओ एशियाड में इस खेल में पुरुषों के लिए 7 और महिलाओं के लिए 7 ईवेंट रखे गए, जिनमें से दो गोल्ड मेडल चीन के नाम हो चुके हैं। चीन ने महिलाओं की लाइटवेट डबल्स स्कल्स स्पर्धा में भी पहला स्थान हासिल किया। इस बार 21 देशों के 250 से अधिक एथलीटों ने रोइंग के अलग-अलग ईवेंट्स में भाग लिया है।
नई दिल्ली में हुई शुरुआत
रोइंग की स्पर्धा की एशियाड में शुरुआत भारत से हुई थी। पहली बार साल 1982 के नई दिल्ली एशियन गेम्स में इसे बतौर ईवेंट शामिल किया गया था। और तब से लेकर लगातार इसे एशियाड का हिस्सा रखा गया है। भारत को इससे पहले रोइंग में 2 गोल्ड, 5 सिल्वर और 16 ब्रॉन्ज मेडल रोइंग में प्राप्त हो चुके हैं।