भारतीय महिला फुटबॉल टीम को हांगझाओ एशियन गेम्स (Asian Games 2023) में अपने पहले मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा है। ग्रुप बी के अपने पहले मैच में टीम को चीनी ताइपे ने 2-1 से हराया। हालांकि यह मुकाबला काफी कड़ा रहा और मैच खत्म होने से चंद मिनटों पहले आए गोल की बदौलत चीनी ताइपे की टीम जीतने में कामयाब रही। अब अगले दौर में पहुंचने के लिए भारतीय टीम को अपना अगला मुकाबला बड़े अंतर से जीतना होगा।
वेंझाओ के स्पोर्ट्स ओलंपिक सेंटर स्टेडियम में हुए मैच में भारतीय टीम ने पहले हाफ में अपना दबदबा बनाए रखा। मैच के दूसरे हाफ की शुरुआत में ही अंजू तमांग ने गोल कर भारत को 1-0 की बढ़त दिला दी। लेकिन 68वें मिनट में ताइपे की लाइ ली-चीन के गोल ने मैच बराबरी पर ला दिया। मैच अपने अंत की तरफ बढ़ रहा था तभी 84वें मिनट में ताइपे के लिए सू यू-हुआन ने गोल किया और भारत को नजदीकी अंतर से हार झेलनी पड़ी।
नॉकआउट का मौका
इस बार कुल 16 टीमें महिला फुटबॉल स्पर्धा में भाग ले रही हैं। इन टीमों को 3-3 के तीन ग्रुप और 4-4 के दो ग्रुप में बांटा गया। कम्बोडियाई टीम के बाहर होने के कारण टीमों की तादाद 16 हो गई। हर ग्रुप से टॉप टीम क्वार्टरफाइनल में पहुंचेगी। बचे हुए तीन स्थानों के लिए ग्रुप ए, बी, डी और ई में दूसरे स्थान पर रहने वाली टीमों के अंकों और गोल डिफरेंस को देखा जाएगा। ऐसे में भारत को 24 सितंबर के दिन थाईलैंड के खिलाफ होने वाले मैच को बड़े अंतर से जीतने का प्रयास करना होगा और यह भी उम्मीद करनी होगी की चीनी ताइपे की टीम अपने दूसरे मैच में थाईलैंड को हरा दे।
तीसरी बार भाग ले रही भारतीय महिलाएं
साल 1990 में बीजिंग एशियन गेम्स में पहली बार महिला फुटबॉल को स्पर्धा के रूप में जगह दी गई। भारतीय टीम ने पहली बार साल 1998 में अपनी महिला फुटबॉल टीम इन खेलों में भेजी। तब टीम 8वें स्थान पर रही थी। इसके बाद टीम ने 2014 के एशियन गेम्स में भाग लिया और 9वें स्थान पर रही। हांगझाओ खेलों के जरिए भारतीय महिला टीम तीसरी बार एशियाड का हिस्सा बन रही है।