भारत ने असम में आयोजित हुई चौथी एशियन खो-खो चैंपियनशिप का खिताब जीत लिया है। भारत ने पुरुष और महिला, दोनों ही वर्गों में फाइनल मुकाबले जीतते हुए मैच अपने नाम किए। पुरुष और महिला टीमों ने फाइनल में नेपाल को मात देते हुए खिताब जीतने में कामयाबी हासिल की।
भारतीय पुरुष टीम ने गुरुवार को खेले गए सेमिफाइनल मुकाबले में श्रीलंका को 45 अंकों से मात देते हुए फाइनल में जगह बनाई। दूसरे सेमीफाइनल में नेपाल की टीम ने बांग्लादेश को 12 अंकों के अंतर से हरा दिया। दूसरे हाफ में फाइनल मुकाबला खेला गया जिसमें भारतीय पुरुष टीम ने नेपाल को 6 अंकों से हराया। बांग्लादेश ने श्रीलंका को हराते हुए तीसरा स्थान हासिल किया।
महिला वर्ग के सेमीफाइनल में जहां भारतीय टीम ने बांग्लादेश को 49 अंकों के बड़े अंतर से हराया तो वहीं नेपाल ने बेहद आसानी से श्रीलंका को 59 अंकों से मात दी। फाइनल मुकाबले में भारतीय महिला टीम ने नेपाल को 33 अंकों से हराते हुए खिताब जीता। असम के तामुलपुर में मौजूद दर्शकों ने सभी मुकाबलों में टीमों की हौसलाफजाई की। तामुलपूर जिले की रहने वाली भारतीय खिलाड़ी रंजना सरानिया को स्थानीय अधिकारियों ने सम्मानित भी किया। रंजना भारतीय महिला खो-खो टीम का हिस्सा थीं।
इस प्रतियोगिता का आयोजन 20 मार्च से खो-खो फेडरेशन ऑफ इंडिया यानी KKFI की ओर से किया गया था। प्रतियोगिता में दोनों वर्गों में कुल मिलाकर 16 टीमों ने भाग लिया। भारत, नेपाल, बांग्लादेश, भूटान, श्रीलंका, ईरान, मलेशिया, सिंगापुर, दक्षिण कोरिया की टीमों ने मुकाबलों में हिस्सा लिया। चैंपियनशिप में 500 से अधिक खिलाड़ी और स्टाफ के लोगों ने भाग लिया। पहली बार इस चैंपियनशिप का आयोजन ग्रामीण इलाके के आस-पास किया गया था। इससे पहले के तीन संस्करण कोलकाता, ढाका, इंदौर में आयोजित हुए थे। पहली एशियन चैंपियनशिप साल 1966 में कोलकाता में आयोजित हुई थी जबकि 2000 में ढाका में दूसरा संस्करण आयोजित हुआ। आखिरी बार 2016 में इंदौर में इस प्रतियोगिता का आयोजन हुआ था जिसे भारत ने ही जीता था।