Argentina vs Morocco Match Report: पेरिस ओलंपिक 2024 की शुरुआत हो चुकी है। बुधवार यानी 24 जुलाई को अर्जेंटीना और मोरक्को के बीच फुटबॉल मैच खेला गया। रोमांच से भरे इस मैच को आखिरी मिनट तक भी कोई सी टीम जीत नहीं पाई। एक समय मैच में लग रहा था कि मोरक्को आसानी से जीत जाएगी, क्योंकि अर्जेंटीना 2-1 से पिछड़ रही थी। मैच के आखिर में अर्जेंटीना ने गोल करके मुकाबले को ड्रॉ करा दिया था। लेकिन यह रोमांच यहीं नहीं रुका दर्शकों ने मैदान पर उतारकर हंगामा मचाया। उसके बाद रेफरी ने VAR की मदद से आखिरी सेकंड्स में लगाये गोल को सही नहीं ठहराया और फिर दर्शकों को बाहर कर 3 मिनट का और मैच खेला गया। इसके बाद अर्जेंटीना से गोल नहीं लग पाया और मोरक्को ने मुकाबले को 2-1 से जीत लिया।
हंगामे के बाद कैसे निकाला गया मैच का नतीजा
मैच की शुरुआत से अर्जेंटीना पर मोरक्को का पलड़ा भारी दिख रहा था। शुरुआत से ही मोरक्को की टीम अर्जेंटीना पर बढ़त बनाकर चल रही थी। एक समय मैच में मोरक्को की टीम 2-0 से आगे थी लेकिन मैच के आखिर में क्रिस्टियन मदीना ने शानदार गोल करके अर्जेंटीना को बराबरी पर ला दिया था। मैच 2-2 की बराबरी पर खत्म हो गया, इस बात को स्टेडियम में बैठे मोरक्को के फैंस पचा नहीं पाए। जिसके बाद कुछ फैंस ने मैदान पर धावा बोल दिया। मैच के बाद जश्न मना रहे अर्जेंटीना के खिलाड़ियों पर मोरक्को फैंस द्वारा बोतलें फेंकी गई। दोनों टीमों ने मैदान से बाहर जाने का फैसला किया फिर पता चलता है कि मैच पूरा नहीं हुआ था बल्कि निलंबित कर दिया गया था।
एक घंटे बाद VAR नियम के तहत गोल को ऑफ़साइड माना गया और आखिरी मिनट में अर्जेंटीना द्वारा किये गए गोल को नहीं माना गया। मैच के अधिकारीयों ने खिलाड़ियों को 20 मिनट के लिए वार्म अप करने के लिए बोला गया जिसके बाद 3 मिनट का खेल दर्शकों को बाहर कर बंद दरवाजे के पीछे खेला गया और इन 3 मिनट में अर्जेंटीना फिर से चमत्कार करने में नाकाम रही और मोरक्को ने मैच 2-1 से अपने नाम कर लिया।
अर्जेंटीना और फुटबॉल जगत के सबसे प्रसिद्ध खिलाड़ी लियोनेल मेसी ने इस मैच को लेकर अपनी प्रतिक्रिया सामने रखी और कहा कि, 'अविश्वसनीय' जबकि कोच जेवियर माशेरानो ने कहा कि, 'मैंने अपने जीवन में सबसे बड़ा सर्कस देखा है।'
बिना मेसी के मैदान पर उतरी थी अर्जेंटीना
अर्जेंटीना के कप्तान लियोनल मेसी पेरिस ओलंपिक 2024 का हिस्सा नहीं हैं। क्योंकि ओलंपिक में फुटबॉल स्पर्धा में महज 23 साल तक की उम्र के ही खिलाड़ी हिस्सा ले सकते हैं। इसके अलावा 3 सीनियर खिलाड़ी हर टीम में खेल सकते हैं लेकिन मेसी ने ओलंपिक में खेलने का कोई फैसला नहीं किया था।