टोक्यो ओलंपिक्स संबंधित भारतीय एथलीट्स, जिनके मन में यह संदेह था कि कोविड-19 वैक्सीन से डोपिंग विरोधी मानकों का खतरा तो नहीं बढ़ेगा, वो अब चैन की सांस ले सकते हैं। विश्व डोपिंग विरोधी एजेंसी (वाडा) ने बताया है कि कोविड-19 वैक्सीन में ऐसे पदार्थ नहीं, जिससे परेशानी हो। वाडा ने पुष्टि कर दी है कि स्वीकृत वैक्सीन की सामग्री को लेकर किसी बात की चिंता नहीं है।
इंडियन एक्सप्रेस के सवाल का जवाब देते हुए वाडा प्रवक्ता ने स्पष्ट किया, 'चूकि यह सार्स-कोव-2 वैक्सीन से संबंधित है, जिसे मनुष्य के उपयोग के लिए मंजूरी दी गई है। वाडा को किसी प्रकार की चिंता नहीं क्योंकि यह निष्द्धि पदार्थों और विधियों की लिस्ट से संबंधित है। एथलीटों को भरोसा हो सकता है कि वाडा सभी उपलब्ध सूचनाओं की निगरानी करना जारी रखेगा और उन्हें और डोपिंग रोधी समुदाय के अन्य सदस्यों को अत्यधिक संभावना नहीं होने की स्थिति में किसी भी स्वीकृत टीके का एक घटक समस्याग्रस्त हो सकता है।'
वाडा भारत-निर्मित पुनः संयोजक, निष्क्रिय-विषाणु टीकों के बारे में विशिष्ट प्रश्नों का जवाब दे रहा था, जिन्हें भारतीय दवा नियामक से प्रतिबंधित उपयोग की मंजूरी प्राप्त थी। ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया द्वारा आपातकालीन उपयोग के लिए अधिकृत किए गए दो टीके कोविशीशील्ड हैं, जो सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा निर्मित है और जिसे भारत बायोटेक द्वारा निर्मित ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और एस्ट्राजेनेका और कोवाक्सिन द्वारा विकसित किया गया है।
इससे भारतीय एथलीट्स के लिए रास्ता साफ हो गया है कि भारत में उपलब्ध दोनों में से किसी भी वैक्सीन का उपयोग कर सकते हैं। वाडा निकाली फाइजर और मॉडर्ना से एमआरएनए टीम, साथ ही रूसी स्पुतनिक पर भी लागू होती है, जो कि एस्ट्राजेनेका की तरह है और इसी तरह एक एडेनोवायरल वेक्टर वैक्सीन है। इस सप्ताह रूसी एजेंसी टास ने खबर दी थी कि (उपयोग करने की अनुमति दी गई) रूसी स्पुतनिक वी वैक्सीन के साथ-साथ अमेरिका में विकसित तीन टीके, यूके में विकसित दो टीके और साथ ही एक जर्मन और एक भारतीय वैक्सीन हैं।
वैक्सीन से होगा फायदा
खेल मंत्री किरेन रीजिजू ने फिट इंडिया से इतर बातचीत करते हुए कहा, 'सरकार की नीति बहुत स्पष्ट है। सबसे पहले वैक्सीन कोरोना योद्धाओं को मुहैया कराई जाएगी, जिसमें मेडिकल और सुरक्षाकर्मी शामिल है। हमारे ओलंपिक संबंधित एथलीट् और उनके ट्रेनर्स को प्राथमिकता देना हमारी जिम्मेदारी है,लेकिन स्वास्थ्य मंत्रालय प्रथमिकता तय करेगा।' इसी समारोह में मौजूद खेल सचिव रवि मित्तल ने कहा, 'ओलंपिक्स में जाने से पहले एथलीट्स को वैक्सीन देना। हम दो डोस के बीच समय का ख्याल रखेंगे और हर चीज का ध्यान रखेंगे।'