एक अरसे बाद ही सही, हम देश के महानगरों में हॉकी के लिए लोगों का इंट्रेस्ट बढ़ते हुए देख रहे हैं। पुरुष टीम के टोक्यो ओलंपिक में ऐतिहासिक कांस्य पदक जीतने के बाद देश के बड़े-बड़े शहरों में लोग इस खेल की तरफ आकर्षित हो रहे हैं। इसी को मद्देनजर रखते हुए ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने हॉकी को अगले 10 सालों तक स्पान्सर करने की बात कही है।
भुवनेश्वर में भव्य स्वागत
पुरुष और महिला हॉकी टीम के लिए ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में भव्य स्वागत समारोह रखा गया था। एयरपोर्ट से होटल तक के रास्ते के बीच कप्तान मनप्रीत सिंह और रानी रामपाल की टीमों की हौसलाअफजाई हजारों की तादात में फैंस कर रहे थे। समारोह में राज्य के मुख्यमंत्री की ओर से ऐलान किया गया कि वह अगले 10 सालों तक हॉकी को स्पॉन्सर करने के इच्छुक हैं और चाहते हैं कि ओडिशा और हॉकी, ये दोनों शब्द एक दूसरे के पर्यायी बन जाएं।
दरअसल, साल 2018 में ओडिशा सरकार ने देश की महिला और पुरुष राष्ट्रीय हॉकी टीमों को 2023 तक स्पॉन्सर करने के लिए करीब रु. 140 करोड़ की डील हॉकी इंडिया के साथ की थी, लेकिन अब सीएम नवीन पटनायक चाहते हैं कि उनका राज्य आने वाले 10 सालों तक हॉकी को पहचान दिलाने का काम करे।
ओडिशा सरकार ने राज्य के हॉकी खिलाड़ी बीरेंद्र लाकड़ा और अमित रोहिदास को मेडल जीतने पर रु. 2.50 करोड़ की धनराशि से नवाजा है , वहीं महिला हॉकी टीम की खिलाड़ी दीप ग्रेस एक्का और नमिता टोप्पो को रु. 50 लाख दिए गए। पुरुष और महिला हॉकी टीम के अन्य खिलाड़ियों को रु. 10 लाख की प्रोत्साहन धनराशि दी गई।
विश्व कप की मेजबानी कर रहा है ओडिशा
ओडिशा सरकार की ओर से केवल स्पॉन्सरशिप ही नहीं बल्कि हॉकी के बड़े-बड़े टूर्नामेंट का आयोजन राज्य में कराया जा रहा है। साल 2023 में होने वाले पुरुष हॉकी विश्वकप की मेजबानी भी ओडिशा ही कर रहा है जिसके लिए दुनिया का सबसे बड़ा हॉकी स्टेडियम भी तैयार करवाया जा रहा है। उम्मीद की जा रही है कि दुनिया की तीसरे नंबर की भारतीय पुरुष हॉकी टीम अपने घर में विश्व कप में कुछ खास कर दिखाएगी। वहीं अगले साल नीदरलैंड और स्पेन में महिला हॉकी विश्व कप होना है, और यह उम्मीद रहेगी कि रानी रामपाल की टीम पहले तो टूर्नामेंट के लिए क्वालिफाय करे और उसके बाद ओलंपिक में नॉकआउट में दिखाए सधे हुए खेल की तरह प्रदर्शन करे।