दुनिया के सबसे बड़े खेल के आयोजन को "ओलंपिक" के नाम से जाना जाता है और ओलंपिक पर कोरोना वायरस का खतरा मंडरा रहा है। जापान के टोक्यो में 24 जुलाई से शुरु होने वाला ओलंपिक कोरोना वायरस की वजह से रद्द किया जा सकता है। इंटरनेशनल ओलंपिक कमेटी के वरिष्ठ सदस्य डिक पाउंड ने कहा,"अगर कोरोना वायरस को ओलंपिक के शुरु होने से पहले नियंत्रण में नहीं लिया गया तो इस साल टोक्यो ओलंपिक को रद्द किया जा सकता है।"
डिक पाउंड, 1978 से इंटरनेशनल ओलंपिक कमेटी (आईओसी) के सदस्य हैं। वे स्वीमिंग चैंपियन भी रह चुके हैं। पाउंड ने बताया कि हमारे पास अभी लगभग 3 महीने तक का समय है जिसमें हम मई के अंत तक ये निर्णय करेंगे कि टोक्यो ओलंपिक होगा या नहीं। अगर मई तक कोरोना वायरस के चलते हालातों में सुधार नहीं आएंगें तो ओलंपिक को ना तो आगे खिसकाया जायेगा और ना ही इसको किसी दूसरे देश में आयोजित किया जाएगा बल्कि रद्द ही कर दिया जाएगा।
पाउंड ने ओलंपिक को टालने की बात पर कहा, "हम बिल्कुल भी नहीं चाहते कि गेम टाला जाए, क्योंकि इतने बड़े खेल का आयोजन करने में 6-8 महीने से भी ज्यादा समय लगता है और ना ही हम ऐसा कह सकते हैं कि ये गेम अक्टूबर में करवा लेंगे, क्योंकि उस समय क्या पता किसी दूसरी जगह कोई ओर बड़ा गेम चल रहा हो l"
गेम की तैयारियां चल रही हैंः
इसी बीच, आईओसी के प्रवक्ता की तरफ से कहा गया, “ओलंपिक की तैयारी योजना के तहत सुचारू रूप से चल रही हैं और अगर कोरोना वायरस के कारण ओलंपिक रद्द किया जाता है तो ये ओलिंपिक के 124 साल के इतिहास में चौथी बार होगा, जब गेम को रद्द किया गया हो।" इससे पहले ओलंपिक को 1916, 1940, 1942 में विश्व युद्ध की वजह से रद्द किया गया था।
जापान, चीन के बाद दूसरा सबसे बड़ा देश है जहां कोरोना वायरस की चपेट में सबसे ज्यादा लोग आए हैं। इसी के कारण जापान में चल रहे फुटबॉल टूर्नामेंट जे-लीग को जापान सरकार ने एक महीने तक टाल दिया है। जापान में एक चिबा नामक शहर है जहां कोरोना वायरस के तीन केस सामने आए हैं। इस चिबा शहर में ओलंपिक के ताइक्वांडो, फेंसिंग, कुश्ती और सर्फिंग गेम खेले जाएंगे।
अब देखना ये होगा कि कोरोना वायरस को नियंत्रित किया जा सकेगा या नहीं और 24 जुलाई को टोक्यो ओलंपिक देखने को मिल पाएगा या नहीं?