प्राचीनकाल में शांति के समय ओलंपिक खेल का शुभारंभ 776 ईसा पूर्व एथेंस में हुआ। बताया जाता है कि यह खेल तब राजा-रजवाड़ों के बीच आयोजित होता था। उस समय सिर्फ एथलेटिक्स ही खेलों में शामिल था, लेकिन समय की मांग को देखते हुए इसमें धीरे-धीरे अन्य खेलों जैसे बॉक्सिंग, कुश्ती, घुड़सवारी भी शामिल किए गए। इस खेल में एथलीट पूरी ईमानदारी के साथ अपना सबकुछ झोंकते थे। मगर ओलंपिक पर ग्रहण लग गया जब रोमवासियों ने ग्रीस पर कब्जा कर लिया। आखिरी बार ओलंपिक का आयोजन 394 ईस्वी में हुआ। रोम के सम्राट थियोडोसिस ने इसे मूर्तिपूजा वाला उत्सव करार देकर इस पर प्रतिबंध लगा दिया गया। इसके बाद लगभग डेढ़ सौ सालों तक इन खेलों को भुला दिया गया। हालांकि मध्यकाल में अभिजात्य वर्गों के बीच अलग-अलग तरह की प्रतिस्पर्धाएं होती रहीं। लेकिन इन्हें खेल आयोजन का दर्जा नहीं मिल सका।