जापान की राजधानी टोक्यो में ओलंपिक खेलों की शुरुआत आधिकारिक रूप से होने में कुछ ही घंटे बचे हैं और इसी बीच 2032 के ओलंपिक खेलों के मेजबान का ऐलान भी हो चुका है। अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति ने ऑस्ट्रेलिया के शहर ब्रिसबेन को ये ऐतिहासिक मौका दिया है। इसी के साथ ऑस्ट्रेलिया ग्रीष्मकालीन ओलंपिक खेलों की मेजबानी 4 बार करने वाला दुनिया का दूसरा देश बन जाएगा। अभी तक अमेरिका ने ही 4 बार ओलंपिक खेलों की मेजबानी की है।
1896 में पहली बार आधुनिक ओलंपिक खेलों की मेजबानी यूरोपीय देश ग्रीस की राजधानी एथेंस ने की थी। इसके बाद से अब तक कुल 28 बार इन खेलों का आयोजन हो चुका है, जबकि 3 मौकों पर ओलंपिक खेल प्रथम और द्वितीय विश्व युद्ध के कारण रद्द किए गए। आइए जानते हैं सबसे ज्यादा बार मेजबानी करने वाले देशों के बारे में -
1) संयुक्त राज्य अमेरिका - अमेरिका सबसे ज्यादा कुल 4 बार ग्रीष्मकालीन ओलंपिक खेलों की मेजबानी कर चुका है। पहली बार साल 1904 में अमेरिका के सेंट लुई में ओलंपिक खेलों का आयोजन किया गया था और इसके बाद लॉस एंजिल्स (1932, 1984) और 1996 में अटलांटा ओलंपिक खेलों की मेजबानी भी अमेरिका को मिली। साल 2028 के ग्रीष्मकालीन ओलंपिक खेल लॉस एंजिल्स में आयोजित होना प्रस्तावित है और इसी के साथ रिकॉर्ड 5 बार मेजबानी का गौरव अमेरिका को हासिल हो जाएगा।
2) ग्रेट ब्रिटेन - ग्रेट ब्रिटेन में कुल 3 बार ओलंपिक खेलों की मेजबानी हो चुकी है। खास बात यह है कि तीनों बार (1908, 1948 , 2012) में यह खेल राजधानी लंदन में ही आयोजित हुए हैं। लंदन इकलौता ऐसा शहर है जहां यह खेल 3 बार आयोजित किए जा चुके हैं।
3) ऑस्ट्रेलिया, फ्रांस, ग्रीस, जर्मनी - इन चारों देशों में 2-2 बार ओलंपिक खेल आयोजित हुए हैं।साल 2024 के ओलंपिक खेल फ्रांस की राजधानी पेरिस में आयोजित किए जाने हैं जिसके साथ फ्रांस की मेजबानी का आंकड़ा 3 ओलंपिक का हो जाएगा और लंदन के बाद पेरिस तीन बार ओलंपिक खेलों की मेजबानी करने वाला दूसरा शहर बन जाएगा। साल 2032 में ब्रिसबेन ओलंपिक की मेजबानी कर ऑस्ट्रेलिया कुल ओलंपिक मेजबानी में फ्रांस की बराबरी कर लेगा।
4) स्वीडन (1912), बेल्जियम (1920), नीदरलैंड (1928), फिनलैंड (1952), इटली (1960), जापान (1964), मेक्सिको (1968), कनाडा (1976), सोवियत संघ (1980) , दक्षिण कोरिया (1988), स्पेन (1992), चीन (2008) एवं ब्राजील (2016) ने 1-1 बार ओलंपिक खेलों की मेजबानी की है।
टोक्यो पहला एशियाई देश था जिसने ओलंपिक खेलों की मेजबानी की और 2020 ओलंपिक (2021) के बाद टोक्यो भी दो ओलंपिक खेलों का मेजबान हो जाएगा।
बात करें भारत की तो अभी तक किसी भी ओलंपिक खेल को आयोजित करने का मौका हमारे देश को नहीं मिला है। उम्मीद है कि भविष्य में ग्रीष्मकालीन ओलंपिक की मेजबानी के लिए भारत भी दुनिया के सामने अपना नाम रखे।