पैरालंपिक खेलों की इन दिनों काफी चर्चा है। हर कोई इन खेलों के बारे में जानना चाह रहा है। ऐसे में हम आपके सामने एक ऐसे घटना के बारे में बात करने जा रहे हैं। जिसने सबको झकझोर कर रख दिया। 2000 सिडनी पैरालंपिक के दौरान स्पेन की टीम के 9 बास्केटबॅाल खिलाड़ियों को किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं थी।
1) कार्लोस रिबरगोडा के खबर से उड़ गए थे होश
कार्लोस रिबारगोडा ने कुछ न्यूज चैनलों के साथ बात करते हुए इस हादसे का खुलासा किया था। रिबोरगोडा ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा था।
"स्पेन के 9 बास्केटबॅाल खिलाड़ी पूरी तरह से स्वस्थ होने के बावजूद पैरालंपिक खेलों में हिस्सा ले रहे हैं"
इसके बाद ऐसा लगा मानो सबके होश उड़ गए। ये खिलाड़ी बिना किसी मानसिक या शाररीक परेशानी के इस खेल में हिस्सा ले रहे थे। आश्चर्य की बात ये रही कि अंतराष्ट्रीय ओलंपिक काउंसिल को इन खिलाड़ियों ने कैसे चकमा दे दिया। इसके अलावा तैराकी और कुछ टेबल टेनिस खिलाड़ियों को भी इस अपराध में पकड़ा गया था। 200 पैरालंपिक खिलाड़ियों ने स्पेन की तरफ से इस प्रतियोगिता में हिस्सा लिया था, जिसमें 15 एथलीट किसी भी प्रकार के परेशानी में नहीं थे।
2) फर्नांडो विसेंटर को देना पड़ा इस्तीफा
इस खबर के सामने के आने बाज ही स्पेनिश दिव्यांग खेल समूह के अध्यक्ष को अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा था। विसेंटर ने हालंकि विश्व भर से अपमान झेलने के बाद दिया था। इस दौरान विश्व भर में स्पेन के हर खिलाड़ियों को काफी बदनामी झेलनी पड़ी थी। 2013 में स्पेनिश कोर्ट ने दोष में लुप्त पाए खिलाड़ियों पर प्रतिबंध लगा दिया। खिलाड़ियों समेत फेडरेशन पर 140,000 यूरो का जुर्माना भी लगा था।
3) खिलाड़ियों से मेडल वापस लिया गया
दोषी पाए गए खिलाड़ियों से मेडल वापस लेने के साथ ही उनपर आजीवन किसी भी प्रतियोगिता में भाग लेने पर प्रतिबंध लगा दिया गया। इस घटना के बाद पैरालंपिक के मोटो की पूरी तरह से धज्जियां उड़ गई। इन खेलों को उद्देशय ही दिव्यांग खिलाड़ियों को उनका सम्मान दिलाना। ये पैरालंपिक नहीं बल्कि आए दिनों में हर खेल में ऐसी घटना सुनने को मिलती है। अगर आप पूरे मन से मेहनत कर रहे हैं। उसका फल भी आपको पूरी तरह से मिलेगा। अगर आपकी मेहनत में कमी है। तब ही आपको शक्ति वर्धक दवा लेने की जरूरत पड़ेगी।
जीवन में आगे बढ़ने का मंत्र है। ईमानदारी से किए हुए कार्य आपको अपने लक्ष्य की ओर ले जाता है।