Hockey Goalkeeper PR Sreejesh Education: भारतीय हॉकी टीम ने पेरिस ओलंपिक 2024 के सेमीफाइनल में अपनी जगह बना ली है। हॉकी टीम की जीत का श्रेय गोलकीपर पीआर श्रीजेश को सबसे ज्यादा जाता है। इसी कड़ी में श्रीजेश की पढ़ाई के बारें में बताएंगे कि वह कितने पढ़े लिखे हैं। गोलकीपर श्रीजेश का जन्म 8 मई 1988 को केरल के एर्नाकुलम जिले के गांव में हुआ था। वह किसान परिवार से ताल्लुकात रखते हैं। श्रीजेश के पिता का नाम पी.वी. रवींद्रन है और उनकी मां का नाम ऊषा है।इतिहास विषय से ग्रैजुएशन की ली डिग्रीश्रीजेश की ऐजुकेशन की बात करें तो श्रीजेश ने सेंट एंटनी के लोअर प्राइमरी स्कूल से शुरुआती पढ़ाई की। फिर उसके बाद उन्होंने आगे की पढ़ाई सेंट जोसेफ हाई स्कूल से की थी। इसके बाद उन्होंने केरल के श्री नारायण कॉलेज से इतिहास विषय में ग्रैजुएशन की डिग्री हासिल की। इसके साथ ही उन्होंने तिरुवनंतपुरम के जीवी राजा स्पोर्ट्स स्कूल में स्प्रिंट, लंबी कूद और वॉलीबॉल में भाग लिया। श्रीजेश के कोच ने श्रीजेश की दिलचस्पी देखी और उन्हें गोलकीपिंग करने का सुझाव दिया। View this post on Instagram Instagram Postभारतीय हॉकी टीम की दीवार कहा जाता है गोलकीपर श्रीजेश कोश्रीजेश परट्टू रवींद्रन वर्तमान भारतीय हॉकी टीम के गोलकीपर हैं। मौजूदा ओलंपिक उनकी आखिरी प्रतियोगिता है। इसके बाद वह रिटायरमेंट ले लेंगे। श्रीजेश हॉकी के क्षेत्र में अपने असाधारण कौशल, दृढ़ संकल्प के कारण 2011 से भारतीय हॉकी टीम की अहम कड़ी हैं। उन्होंने कई बार महत्वपूर्ण समय पर अपने शानदार प्रदर्शन से भारतीय हॉकी टीम को संकट से उबारा है। जिसकी वजह से उन्हें भारतीय हॉकी टीम की दीवार भी कहा जाता है। श्रीजेश ने 2023 तक भारत के लिए 284 मैच खेलें हैं।श्रीजेश को मिल चुके यह अवार्डभारतीय हॉकी में श्रीजेश के योगदान और खेल में उनकी अपार उपलब्धियों को देखते हुए, भारत सरकार ने 2015 में प्रतिष्ठित अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया। इसके अलावा 2017 में भारत सरकार द्वारा प्रतिष्ठित पद्म श्री प्राप्त किया गया। 2021 में भारत सरकार ने सर्वोच्च खेल सम्मान प्रमुख ध्यानचंद खेल रत्न से भी उन्हें नवाजा जा चुका है। FIH ने श्रीजेश को 2020-21 के लिए सर्वश्रेष्ठ गोलकीपर के FIH प्लेयर ऑफ द ईयर अवार्ड से सम्मानित किया है।