Neeraj Chopra and PR Sreejesh : भारत के स्टार एथलीट नीरज चोपड़ा ने एक और मेडल ओलंपिक में अपने नाम कर लिया है। इस बार नीरज चोपड़ा ने सिल्वर मेडल जीता है। वो टोक्यो ओलंपिक वाला कारनामा यहां नहीं दोहरा सके और गोल्ड मेडल से चूक गए। इसके बाद नीरज चोपड़ा ने एक बड़ा फैसला लिया है। अब वो पेरिस ओलंपिक की ओपनिंग सेरेमनी के दौरान भारत के ध्वजवाहक नहीं होंगे। उनकी बजाय भारतीय हॉकी टीम के गोलकीपर पीआर श्रीजेश जिन्होंने अपने संन्यास का ऐलान किया है, वो मनु भाकर के साथ संयुक्त रूप से ध्वजवाहक होंगे।
पेरिस ओलंपिक का जब उद्घाटन समारोह हुआ था, तब भारत की बैडमिंटन स्टार पीवी सिंधू और टेबल टेनिस खिलाड़ी अंचता शरत कमल संयुक्त रूप से ध्वजवाहक थे। पीवी सिंधू और शरत कमल इस बार पेरिस ओलंपिक में कोई भी पदक नहीं जीत पाए।
अब क्लोजिंग सेरेमनी के लिए मनु भाकर और पीआर श्रीजेश को ध्वजवाहक बनाया गया है। पहले मनु भाकर के साथ नीरज चोपड़ा ध्वजवाहक होने वाले थे। हालांकि पीआर श्रीजेश का यह आखिरी ओलंपिक था और उन्होंने हॉकी से संन्यास भी ले लिया है। इसी वजह से भारतीय हॉकी में पीआर श्रीजेश के योगदान को देखते हुए उन्हें ध्वजवाहक बनाने का फैसला किया गया है।
"नीरज चोपड़ा खुद ही पीआर श्रीजेश को ध्वजवाहक बनाने के लिए तैयार हो गए"
इस बारे में इंडियन ओलंपिक एसोसिएशन की प्रेसिडेंट पीटी ऊषा ने नीरज चोपड़ा से बात की और उनसे आग्रह किया कि वो पीआर श्रीजेश को ध्वजवाहक बनने दें। नीरज चोपड़ा इसके लिए तुरंत तैयार हो गए। पीटी ऊषा ने कहा,
पीआर श्रीजेश ने काफी लंबे समय तक इंडियन हॉकी की सेवा की है और देखा जाए तो दो दशक से भी ज्यादा समय तक उन्होंने इंडियन स्पोर्ट्स की सेवा की है। मैंने नीरज चोपड़ा से बात की है और उनके विनम्रता की काफी तारीफ करती हूं कि वह तुरंत पीआर श्रीजेश को ध्वजवाहक बनाने के लिए तैयार हो गए। उन्होंने मुझसे कहा कि मैम अगर आपने मुझसे नहीं पूछा होता तो मैं खुद ही श्रीजेश भाई के नाम का सुझाव देने वाला था। इससे पता चलता है कि पीआर श्रीजेश के लिए नीरज चोपड़ा के मन में कितना सम्मान है।