उल्लेखनीेय है कि ब्राजील में जीका वायरस का खतरा फैला हुआ है और इसी कारण उन्हें यह सुझाव दिया गया है। समाचार एजेंसी एफे के अनुसार, एक संयुक्त विज्ञप्ति में दोनों संगठनों ने गुरुवार को कहा कि एथलीट और कर्मचारी इन खेलों पर काम कर रहे हैं और जीका से होने वाले खतरे के संदर्भ में अधिक जानकारी की जरूरत है। जीका वायरस को माइक्रोसेफेली से भी जोड़ा जा रहा है, जो नवजात शिशुओं में होने वाली एक प्रकार की बीमारी है। डब्ल्यूएचओ और पीएएचओ ने कहा कि ब्राजील में शीत ऋतु के दौरान इन खेलों का आयोजन किया जा रहा है, क्योंकि इस दौरान मच्छरों के पनपने की संभावना न के बराबर होती है। डब्ल्यूएचओ/पीएएचओ सलाहकारों का लक्ष्य एडीज मच्छरों पर भी ध्यान केंद्रित करना है। इन मच्छरों के कारण ही चिकनगुनिया, डेंगू, पीला बुखार और जीका के फैलने की संभावना अधिक होती है। ओलम्पिक खेलों का आयोजन पांच अगस्त से और पैरालम्पिक खेलों का आयोजन 18 सितम्बर से होगा। --आईएएनएस