इंटरनेशनल बॉक्सिंग एसोसिएशन (एआईबीए) के अध्यक्ष चिंग-कुओ वू ने बुधवार को एआईबीए की तरफ से एक बड़ा फैसला लेते हुए कहा कि अब रिओ ओलंपिक्स में प्रोफेशनल बॉक्सर भी हिस्सा ले सकते हैं। उन्होंने ये भी बताया कि इस बदलाव के पक्ष में 95% वोट आये और ओलंपिक के इतिहास में पहली बार प्रोफेशनल रेसलर पदक के लिए मुकाबले में उतरेंगे। हालाँकि इस फैसले का विरोध भी हुआ है और लोगों का मानना है कि ये उन बॉक्सरों के साथ अनुचित होगा जो कई सालों से इसके लिए मेहनत करते आ रहे थे। उन्हें अब प्रोफेशनल बॉक्सर के लिए रास्ता बनाना होगा। 2012 में चिंग-कुओ वू के नेतृत्व में ही ओलंपिक में महिला बॉक्सिंग को पहली बार शामिल किया गया था। इसके अलावा 2011 में वर्ल्ड सीरीज बॉक्सिंग का आयोजन भी किया गया था और उनमें से कुछ बॉक्सर क्वालीफाइंग राउंड से होते हुए रिओ ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने में सफल रहे हैं। कई सारे ओलंपिक पदक विजेता प्रोफेशनल बॉक्सिंग में आ चुके हैं जिनमें से प्रमुख नाम मुहम्मद अली, जॉर्ज फोर्मन और व्लादिमीर क्लिच्को का है। इस फैसले से भारत को भी एक फायदा हो सकता है और यहाँ के प्रोफेशनल बॉक्सर और ओलंपिक पदक विजेता विजेंदर सिंह भी रिओ ओलंपिक में दिख सकते हैं।