अगर सबसे ज्यादा किसी चीज में हमें निराशा हुई है तो वह बॉक्सिंग है। लन्दन ओलंपिक में भारत की तरफ 8 मुक्केबाजों ने क्वालीफाई किया था। लेकिन रियो में मात्र 3 मुक्केबाज ही क्वालीफाई कर पाए थे। हालाँकि इन तीनों में से ब्राज़ील से पदक लाने की आशा विकास कृषण यादव से सबको थी। विकास ने सकारात्मक शुरुआत करते हुए चार्ल्स कांवेल्ल को 3-0 से हराया। उसके बाद उन्होंने ओंडेर सिपा को हराकर क्वार्टरफाइनल में जगह बनाई। हालाँकि उज्बेकिस्तान के बेक्तेमिर मेलिकुजीव से 3-0 से हारकर विकास यादव ओलंपिक से बाहर हो गये। लेकिन इन सबके बावजूद एशियन चैंपियन विकास का प्रदर्शन ओलंपिक में काफी अच्छा रहा। ऐसे में टोक्यो में होने वाले 2020 में ओलंपिक खेलों में उनसे अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद है।