महिलाओं की 3000 मीटर स्टीपलचेज स्पर्धा की प्रबल दावेदार माने जाने वाली डिरो शुरुआत में काफी अच्छी बढ़त बनाए हुए थी, लेकिन बाद में अचानक हुई एक घटना के साथ उनकी रफ्तार कुछ वक्त के लिए थम गई। स्पर्धा में भाग रहे एक अन्य प्रतिभागी की गलती के कारण डिरो का एक पैर का जूता निकल किया, जिसके कारण वह इसे वापस पहनने का भरसक प्रयास करती रहीं लेकिन समय और अवसर को हाथ से जाते देख उन्होंने सब कुछ छोड़ कर एक जूते के साथ ही भागना शुरू कर दिया। इथोपिया की इस 25 वर्षीया धाविका ने पूरे जोर के साथ भागना शुरू किया। इस स्पर्धा में शीर्ष तीन स्थान पर आने वाले प्रतिभागी ही फाइनल में प्रवेश करने योग्य थे और डिरो को सातवां स्थान हासिल हुआ। अंतिम रेखा पार करने के बाद थकी हारी और फाइनल में न पहुंचने से निराश डिरो मैदान पर ही गिर पड़ीं। उन्हें लगा कि उन्होंने अवसर गवां दिया लेकिन इसके बाद कुछ ऐसा हुआ, जो उनकी उम्मीद से परे था। इथोपिया, आयरलैंड और जमैका की टीमों की ओर से जताए जा रहे विरोध को देखते हुए डिरो तथा आयरलैंड की सारा ट्रेसे और जमैका की आइशा प्रॉट को फाइनल में जाने की अनुमति दी गई। उनके इस बेहतरीन प्रयास के लिए डीरो को इस स्पर्धा के फाइनल में हिस्सा लेने का अवसर दिया गया। डिरो के पास अब अपने प्रदर्शन में सुधार करने का अवसर है और सोमवार को होने वाली फाइनल स्पर्धा की वह प्रबल दावेदार होंगी। --आईएएनएस