किसी भी खिलाडी के करियर में ओलंपिक्स की कामयाबी सबसे बड़ी बात होती है। ऐसे कई खिलाडी है जिन्होंने अपने क्षेत्र में बड़ा नाम किया है, लेकिन ओलंपिक्स में कामयाबी उनके हाथ नहीं आई। इसके उल्ट ऐसे भी कई खिलाडी हैं जिन्होंने ओलंपिक्स के कारण अपना नाम बनाया। रियो ओलंपिक्स 2016 में हमे कई स्टार खिलाड़ी देखने नहीं मिलेंगे। कई खिलाडी चोटिल हैं तो वहीँ कईयों ने ज़ीका वायरस के कारण अपना नाम वापस कर लिया। वहीँ कुछ खिलाडी ऐसे भी हैं जिन्होंने अपने देश के सम्मान के लिए अपने-अपने खेल में क्वालीफाई किया। यहाँ पर हम ऐसे ही कुछ स्टार्स के बारे में बात करेंगे जिन्होंने अपने खेल में बहुत नाम कमाया है और अब ओलंपिक्स में उन्हें करोड़ों लोग देखना पसंद करेंगे। #1 उसैन बोल्ट (जमैका) 11 बार के वर्ल्ड चैंपियन धावक, उसैन बोल्ट लगातार तीसरी बार ओलंपिक्स में 100 मीटर, 200 मीटर और 4×100 रिले में स्वर्ण पदक अपने नाम करने की तैयारी में होंगे। वैसे बोल्ट ने अबतक ये पक्का नहीं बताया है की वें ओलंपिक्स में हिस्सा लेंगे या नहीं। उनके पैर में हैमस्ट्रिंग ग्रेड 1 की चोट है और उसके इलाज के लिए वें जर्मनी में हैं। लेकिन अगर वें इसमें हिस्सा लेंगे तो दुनिया भर के लोगों की नजरें सबसे तेज़ धावक पर टिकी होंगी। जमैका के इस धावक ने ओलंपिक्स में अबतक छह पदक अपने नाम किये हैं। साल 2008 में बीजिंग ओलंपिक्स में अपना डेब्यू करते हुए उन्होंने 100 मीटर, 200 मीटर और 4×100 मीटर रिले में स्वर्ण पदक अपने नाम किया। वहां से उनके करियर ने लम्बी छलांग लगाई और उन्होंने वापस तीन स्वर्ण पदक लंदन ओलंपिक्स में जीते। अगर बोल्ट सही समय पर ठीक हो गए तो उनके कीर्ति को देखकर ये कहा जा सकता है की रियो ओलंपिक्स में वापस इन तीनों इवेंट में अपने देश जमैका के लिए पदक हासिल करेंगे। #2 सेरेना विलियम्स (अमेरिका) सेरेना विलियम्स चार बार की ओलिंपिक स्वर्ण पदक विजेता है और जब वें रियो ओलंपिक्स में उतरेंगे तो इस आकंड़े को पांच करना चाहेंगी। फ़िलहाल वें लंदन में विम्बेल्डेन में हिस्सा ले रही हैं, लेकिन इसके बाद वें अमेरिकी टेनिस खिलाडियों के साथ रियो आएँगी। विलियम्स बहनों में की छोटी बहन ने अपनी बड़ी बहन वीनस विलियम्स के साथ मिलकर डबल मुकाबले में तीन स्वर्ण पदक जीते हैं। ओलिंपिक स्वर्ण की हैट्रिक लगाने ने वापस ये दोनों बहनें ही प्रबल दावेदार होंगी। इसके अलावा सेरेना सिंगल और मिक्स्ड डबल मुकाबले में भी भाग लेंगी। सिंगल्स मुकाबले में उन्हें विक्टोरिया अजारेंका और कैरोलीन वोजनियाकी जैसे खिलाडियों से कड़ी टक्कर मिल सकती है। मिक्स्ड डबल के लिए उनके पार्टनर का नाम तय नहीं किया गया है और उनका नाम सीधे मैच के पहले बताया जाएगा। #3 माइकल फेल्प्स (अमेरिका) लंदन ओलंपिक्स 2012 के बाद जब माइकल फेल्प्स ने अपने सन्यास की घोषणा की, तब सभी को ऐसा लगा की अमेरिकी इतिहास के एक सुनहरे दौर का अंत हो गया। लेकिन फिर साल 2014 में उन्होंने सभी को चौंकते हुए ये घोषणा करी कि वें रिटायरमेंट से वापस आएंगे और अपनी दावेदारी पेश की। उसके बाद उन्होंने ओलिंपिक के लिए क्वालीफाई करने के लिए पिछले हफ्ते अमेरिका में हुए 100 मीटर बटरफ्लाई, 200 मीटर बटरफ्लाई और 200 मीटर मेडले में जीत पर, रियो 2016 के लिए अपनी सीट पक्की कर ली। अबतक के सबसे कामयाब ओलिंपियन अपने पांचवे ओलिंपिक में हिस्सा लेंगे। वें ओलंपिक्स में 22 पदक जीत चुके हैं। जिसमे से 18 स्वर्ण, 2 रजत और 2 कांस्य पदक है। यहाँ पर वें अपने 100 मीटर बटरफ्लाई और 200 मेडले का रिकॉर्ड बचाने उतरेंगे। रियो 2016 में जब वें उतरेंगे तब वापस वें अपने नाम छह पदक करने की कोशिश करेंगे। #4 येलेना इसिंबायेव (रूस) येलेना इसिंबायेव रुसी पोल वॉल्टर हैं और साल 2003, 2005 और 2013 में तीन बार वर्ल्ड चैंपियनशिप जीत चुके हैं। लेकिन ये रुसी खिलाडी ओलिंपिक में तभी भाग ले पाएंगी जब इंटरनेशनल एसोसिएशन ऑफ एथलेटिक्स फेडरेशन (IAAF) उनके आवेदन को स्वीकार करेगी। येलेना इसिंबायेव तब चर्चा में आई जब उन्होंने कहा कि वें कोर्ट का रुख करेंगी अगर उन्हें ओलिंपिक में हिस्सा नहीं लेने दिया गया तो, क्योंकि ऐसा करना उनके "मानव अधिकारों को भंग करने" जैसे होगा। उनकी किस्मत अब कोर्ट ऑफ़ आर्बिट्रेशन फ़ॉर स्पोर्ट्स के हातों में हैं। इसका निर्णय 21 जुलाई 2016 को आएगा। अगर फैसला रुसी खिलाडी के हक़ में जाता है तो रियो ओलिंपिक उनका चौथा ओलिंपिक होगा। इसके पहले वें एथेंस 2004 और बीजिंग 2008 में स्वर्ण जीत चुकी हैं। वहीँ लंदन ओलंपिक्स में उन्हें कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा। रियो ओलंपिक्स के लिए उन्होंने स्वर्ण पदक के लिए चुनौती पेश की है। #5 चेन लॉन्ग (चीन) दो बार के वर्ल्ड चैंपियन अपने दूसरे ओलिंपिक में नज़र आएंगे। इन्हें चीन का मौजूदा सबसे अच्छा पुरुष बैडमिंटन खिलाड़ी माना जाता है। उनके करियर की शुरुआत लंदन ओलंपिक्स 2012 से हुई जहाँ पर उन्होंने सेमीफाइनल में ली चोंग वेई को हरा कर कांस्य पदक हासिल किया। ये 27 वर्षीय दो बार के ऑल इंग्लैंड चैंपियन ब्राज़ील में अपने दोबारा स्वर्ण पदक के लिए उतरेंगे। टॉप 3 में होने के कारण रियो ओलिंपिक के लिए उन्हें अपने आप जगह मिल गयी। 9 जून 2016 की रैंकिंग के अनुसार वें दूसरे स्थान पर हैं और स्वर्ण पदक जीतने के प्रबल दावेदार हैं। वें अपने साथी लीं डान से भी आगे हैं। #6 रोजर फेडरर (स्विट्जरलैंड) रोजर फेडरर 34 वर्ष के हैं और ओलिंपिक के दौरान 8 अगस्त को 35 के होंगे। वें कभी रुकते नहीं। उन्होंने टेनिस से जुडी हर ख़िताब अपने नाम की है और इसके बावजूद वें हर साल इसके लिए नए जोश के साथ तैयार रहते हैं। लेकिन ओलंपिक्स में उनके नाम ज्यादा पदक नहीं हैं। इसके पहले साल 2008 में उन्होंने बीजिंग ओलंपिक्स में स्तानिस्लास वावरिंका के साथ मिलकर स्वर्ण पदक जीता था। लेकिन सिंगल्स मुकाबले में स्वर्ण जीतने के उनका सपना अधूरा हैं। उन्हें हर बार फाइनल में कड़े प्रतिद्वंदी मिले। लंदन ओलंपिक्स में वें फाइनल तक पहुंचे थे जहाँ पर उन्हें एंडी मुर्रे के हाथों हार झेलनी पड़ी थी। रियो ओलंपिक्स में फेडरर तीन इवेंट्स में हिस्सा लेंगे, पुरुषों का सिंगल मुकाबला, डबल मुकाबला (स्तानिस्लास वावरिंका) और मिक्स्ड डबल (मार्टिना हिंगिस)। ब्राज़ील ओलंपिक्स में फेडरर अपने स्वर्ण पड़क के सूखे को हटाना चाहेंगे। #7 नेमार (ब्राज़ील) बार्सिलोना के नेमार रियो ओलंपिक्स 2016 में ब्राज़ील की ओर से तीन अधिक आयु वाले खिलाडी में से एक होंगे। नेमार हाल ही में हुए कोपा अमेरिका का हिस्सा नहीं थे और अब वें अपनी टीम में वापसी करेंगे। नेमार को बार्सिलोना ने कोपा अमेरिका में हिस्सा लेने नहीं दिया, लेकिन उन्हें ओलिंपिक में हिस्सा लेने की छूट है। लंदन ओलिंपिक 2012 में नेमार को ब्राज़ील की ओर से रजत पदक मिल चुका है। वहां पर उनकी टीम मेक्सिको के हाथों फाइनल में हारी। लेकिन इस वार ओलिंपिक उनके अपने देश में हो रहा है, ऐसे में वें जीत की पूरी तैयारी करेंगे। बार्सिलोना के साथ उनका सीजन अच्छा रहा है और अब ऐसा ही कुछ ब्राज़ील के साथ भी करना चाहेंगे। #8 नोवाक जोकोविच (सर्बिया) साल 2011 से नोवाक जोकोविच टेनिस की दुनिया पर राज कर रहे हैं और अबतक 11 ग्रैंड स्लैम जीत चुके हैं। लेकिन साल 2008 और 2012 में ओलिंपिक गेम्स में हिस्सा लेने के बावजूद वें अबतक एक स्वर्ण पदक भी नहीं जीत पाएं हैं। 2008 में हुए ओलिंपिक में उन्होंने जेम्स ब्लैक को हराकर कांस्य पदक जीता था। लेकिन लंदन ओलिंपिक में वें डेल पोर्टो को नहीं हरा पाएं और चौथे स्थान पर रहे। इम्बे में अमेरिकी सॉ क्यूरे ने जोकोविच को तीसरे राउंड में हरा कर टूर्नामेंट से बाहर कर दिया। इसलिए वें रियो ओलंपिक्स में जीत के साथ अपने साल का अच्छा अंत करने चाहेंगे। लेकिन क्यूरे के हातों हार के बाद जोकोविच ने कहा था कि वें इस टूर्नामेंट से अपना नाम वापस लेंगे, ताकि वें थोड़ा आराम कर सकें। अगर जोकोविच नहीं जाते रियो तो ये टेनिस के लिए बड़ा झटका होगा और वहीँ राफेल नडाल और रॉजर फेडरर जैसे खिलाडियों का काम आसान हो जाएगा। #9 मो फराह (ग्रेट ब्रिटेन) ब्रिटिश लम्बी दूरी के धावक मो फराह अपने तीसरे ओलंपिक्स ईवेंट में हिस्सा लेंगे। 2012 लंदन ओलंपिक्स में इस अफ़्रीकी मूल के धवाक ने 5000 मीटर और 10000 मीटर दौड़ में स्वर्ण पदक अपने नाम किया। साल 2015 में इन्ही केटेगरी में उन्होंने वर्ल्ड चैंपियनशिप के समय स्वर्ण जीता। फराह ने ओरोगों, USA में 10,000 मीटर दौड़ में जीत के साथ अपने रियो ओलंपिक्स की तैयारियां शुरू की। उम्र केवल एक आकंड़ा है और इस बात को मो फराह ने अपनी काबिलियत से सही साबित किया है। रियो ओलंपिक्स 2016 में ये 33 वर्षीय धावक अपने दोनों पदक बचाने की कोशिश करेंगे। #10 ब्राडली विग्गिन्स (ग्रेट ब्रिटेन) ब्राडली विग्गिन्स एक प्रोफेशनल रोड साइकिलिस्ट हैं जिन्होंने अबतक सात ओलिंपिक पदक अपने नाम किया है। साल 2000 में सिडनी गेम्स के दौरान इस 36 वर्षीय साइकिल चालक ने टीम ईवेंट में अपना पहला पकड़ जीता। 2004 के एथेंस ओलंपिक्स में उन्होंने स्वर्ण, रजत और कांस्य पदक जीता। बीजिंग ओलंपिक्स 2008 में उन्होंने टीम गेम और सिंगल गेम में एक-एक स्वर्ण पदक अपने नाम किया। लंदन ओलंपिक्स 2012 में स्वर्ण के जीत के साथ उन्होंने अपने पदकों की संख्या सात की। इसका मतलब ये है कि ब्राडली विग्गिन्स सबसे कामयाब इंग्लिश ओलिंपियन बनने से महज एक पदक दूर हैं। ब्राडली विग्गिन्स टूर दे फ्रांस के भी विजेता है। रियो ओलंपिक्स उनका पांचवा ओलंपिक्स ईवेंट होगा। लेखक: देवांश सिंघानिया, अनुवादक: सूर्यकांत त्रिपाठी