#5 साल 2014 में दक्षिण कोरिया के इंचियोन में हुए एशियाई खेल में महिला टेनिस डबल इवेंट में प्रार्थना थोम्बारे ने सानिया मिर्जा के साथ जोड़ी बनाई और कांस्य पदक जीता। विश्व की नंबर 1 डबल खिलाडी के साथ जोड़ी बनाकर खेलना प्रार्थना थोम्बारे के लिए किसी सपने के सच होने जैसा था, क्योंकि इसके पहले उन्होंने सानिया को केवल टीवी पर खेलते हुए देखा था। प्रार्थना थोम्बारे के करियर को आगे बढ़ाने में सानिया का बड़ा योगदान है। उन्होंने हर कदम पर उनका साथ दिया और उनका हौसला बढ़ाया। वहीँ प्रार्थना थोम्बारे भी सानिया के नक़्शे कदम पर आगे बढ़ना चाहती है।
"जब मैं सोलापुर में थी, तब हमारे पास टीवी नहीं था। लेकिन सब सानिया मिर्जा को जानते थे और उन्ही के कारण मैंने टेनिस खेलना शुरू किया। फिर मुझे फेडरेशन कप में उनके साथ खेलने का मौका मिला और मेरे लिए ये सपने के सच होने जैसे था। हम दोनों की जोड़ी एशियाई खेल में कामयाब रही थी। मतलब मुझे ट्रेनिंग करने के लिए कहीं बहार जाने की क्या ज़रूरत जब विश्व की नंबर 1 खिलाडी मेरे ही देश की हैं।"
लेखक: तेजस, अनुवादक: सूर्यकांत त्रिपाठी