रियो ओलंपिक्स में शूटर्स के लिए 5वां इवेंट पुरुषों का 50 मीटर पिस्टरल होगा। महिलाओं के 25 मीटर पिस्टल इवेंट के बाद ये होगा। ये इवेंट 10 अगस्त 2016 को रियो के नेशनल शूटिंग सेंटर में होगा।
जीतू राय और प्रकाश ननजप्पा भारत की ओर से इस इवेंट में हिस्सा लेंगे। जीतू राय को गोल्ड मेडल जीतने का फेवरेट माना जा रहा है। सभी को उम्मीद है कि जीतू राय अपनी शानदार फॉर्म को जारी रखते हुए मेडल अपने नाम करेंगे।
40 साल के प्रकाश ननजप्पा के लिए पहला मौका होगा, जब वो ओलंपिक में हिस्सा लेंगे। प्रकाश को साल 2013 में चेहरे पर लकवा मार गया था, लेकिन उन्होंने वापसी करते हुए 2014 कॉमनवेल्थ गेम्स में सिल्वर मेडल जीता। 50 मीटर पिस्टल इवेंट सिर्फ पुरुषों के लिए होता है, इसमें महिलाएं हिस्सा नहीं लेती।
50 मीटर पिस्टल इवेंट क्या है ?
50 मीटर पिस्टल इवेंट में टारगेट शूटर से 50 मीटर दूर होता है। इसमें यूज़ होने वाली पिस्टल .22 कैलीबर की होनी चाहिए, जिसमें एक बार में एक ही राउंड लोड किया जाए। पिस्टल यूज़ करते समय सिर्फ एक हाथ का इस्तेमाल किया जाता है।
टारगेट का सेंटर फर्श से करीब 0.75 मीटर ऊपर होता है और उसका डायमीटर 500 मिलीमीटर होता है। 10वें रिंग का डायमीटर 100 मिलीमीटर होता है। इसमें टारगेट 25 मीटर पिस्टल इवेंट की तरह ही होता है। 600 में से 570 प्वाइंट्स स्कोर करने को काफी अच्छा माना जाता है।
नियम
क्वालीफिकेशन राउंड में हर प्रतियोगी को 1.30 घंटे में 60 शॉट्स फायर करने होते हैं। शॉट के लिए सबसे ज्यादा स्कोर 10 होता है, सबसे ज्यादा क्वालीफिकेशन स्कोर 600 तक जा सकता है।
फाइनल
क्वालीफिकेशन स्टेज से कुल 8 खिलाड़ी फाइनल में जाते हैं, जहां उनको 20-20 शॉट फायर करने को मिलते हैं। यहां हर शूट के लिए सर्वाधिक स्कोर 10.9 होता है। इसमें कुल 218 प्वाइंट्स तक स्कोर किए जा सकते हैं।
फाइनल राउंड में क्वालीफिकेशन स्कोर काउंट नहीं होता, खिलाड़ियों का स्कोर 0 से ही काउंट होता है। फाइनल 2 सीरीज के 3 शॉट्स के साथ शुरु होता है, जिसें 150 सेकेंड्स के भीतर फायर करना होता है। उसके बाद 14 सिंगल शॉट्स को 50 सेकेंड्स की भीतर कमांड मिलने के बाद फायर किया जाता है।
8 शॉट्स के बाद जिस एथलीट का स्कोर सबसे कम होता है, वो बाहर हो जाता है। ऐसे करते हुए 2-2 शॉट्स फायर करने के बाद सबसे कम स्कोर वाला खिलाड़ी एलिमिनेट हो जाता है और ऐसे गोल्ड और सिल्वर मेडलिस्ट का पता चलता है।
अगर सबसे कम स्कोर वाले खिलाड़ियों के बीच टाई हो जाती है तो टाई के टूटने तक शॉट्स फायर किए जाते हैं।