रियो ओलंपिक 2016 का 14वां दिन भारत के लिए एक बार फिर मिला जुला ही रहा, जहां एक तरफ पीवी सिंधु ने रजत पदक जीतकर इतिहास रचा, तो बाकी इवेंट्स में इंडिया को भारी निराशा ही हाथ लगी। कुश्ती में नरसिंह यादव के 4 साल के लिए बैन होना सबसे बड़ी निराशा का कारण था, तो एथलीट्स में भी भारतीय धावकों ने भी सबकी उम्मीदों पर पानी फेरा। बैडमिंटन भारत के लिए कल का दिन सबसे यादगर बन गया, उसका कारण थी भारतीय महिला शटलर पीवी सिंधु, जिन्होंने बैडमिंटन में भारत को रजत पदक जिताया। हालांकि वो स्वर्ण पदक से चूंक गई, लेकिन फिर भी वो इतिहास तो रच ही गई। फ़ाइनल मुक़ाबले में उन्हें स्पेन की कैरोलिना मरीन ने 21-19, 12-21 और 15-21 के अंतर से हराया। पीवी सिंधु ओलंपिक्स में रजत पदक जीतने वाली पहली इंडियन बैडमिंटन खिलाड़ी के साथ-2 पहली भारतीय महिला एथलीट भी बनी। गोल्फ रियो ओलंपिक के महिला गोल्फ इवेंट के तीसरे दिन अदिति अशोक ने काफी निराशाजनक प्रदर्शन किया और तीन राउंड के बाद 215 पॉइंट के साथ वो सयुक्त रूप से 31वें स्थान पर रही। अब इवेंट के चौथे और अंतिम दिन, वो अपने प्रदर्शन में सुधार करकर भारत को तीसरा पदक दिलाना चाहेंगी। रैसलिंग कुश्ती में दिन की शुरुआत में ही नरसिंह यादव के बैन हो जाने से सब काफी निराश थे, उसके बाद प्री क्वार्टर फ़ाइनल मीन 57 किलों वर्ग में संदीप तोमर को रूस के विक्टर लेबदेव के हाथो 3-7 से शिकस्त झेलनी पड़ी। इसी के साथ उनका सफर भी रियो गेम्स में समाप्त हुआ। अब कुश्ती में भारत के लिए एकमात्र उम्मीद लंदन गेम्स के कांस्य पदक विजेता योगेश्वर दत्त से ही है, जोकि अपने मुक़ाबले के लिए 21 अगस्त को उतरेंगे। एथलेटिक्स एथलेटिक्स में इंडिया के लिए एक और निराशा वाला दिन रहा। जहां 50 किलोमीटर वॉक इवेंट में भारत के संदीप कुमार 35वें स्थान पर रहे, तो 20 किलो मीटर रेस में भारत की खुशबीर कौर 54वें स्थान पर रही और सपना पुनिया तो अपनी रेस भी पूरी नहीं कर पाई। 4*400 रिले रेस में भारतीय पुरुष और महिलाएं दोनों ही फ़ाइनल में जगह बनाने में नाकाम रहे। जहां एक तरफ भारतीय महिलाएं 13वें स्थान पर रही, तो भारतीय पुरुष टीम को डिसक्वालिफ़ाय कर दिया गया।