अपने भारतीय ओलम्पियन को जानें: निशानेबाज़ मानवजीत सिंह संधू के बारे में 10 बातें

रियो ओलंपिक में मानवजीत संधू ट्रैप शूटिंग में निशाना लगायेंगे। वह भारत के 12 सदस्यी शूटिंग दल के अहम हिस्सा हैं। जिसमे बीजिंग ओलंपिक में स्वर्ण जीतने वाले अभिनव बिंद्रा, लन्दन में कांस्य जीतने वाले गगन नारंग, वर्ल्ड चैंपियनशिप और वर्ल्डकप में स्वर्ण जीतने वाले निशानेबाज़ जीतू राय हैं। वहीं महिलाओं में पिस्टल से निशाना साधने वाली हिना सिद्धू हैं। आइये अहम अपक इस वरिष्ठ और चार बार के ओलम्पियन के बारे में 10 बातें बता रहे हैं: #1 मानवजीत सिंह का जन्म पंजाब के फिरोजपुर जिले के रत्ताखेड़ा गाँव में 3 नवम्बर 1976 में हुआ था। #2 उनके पिता गुरबीर सिंह संधू पूर्व ओलम्पियन और अर्जुन अवार्ड विजेता रह चुके हैं। इसी के चलते मानवजीत को निशानेबाजी में दिलचस्पी थी। #3 मानव ने सनावर में लॉरेंस स्कूल से अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की है और दिल्ली विश्वविद्यालय के वेंकटस्वरा कॉलेज से स्नातक किया है। #4 सन 1998 में उन्हें अर्जुन अवार्ड मिला और साल 2006 में उन्हें राजीव गाँधी खेल रत्न से सम्मानित किया जा चुका है। #5 पंजाब का ये निशानेबाज़ पूर्व में दुनिया का नम्बर एक खिलाड़ी रह चुका है। साथ ही उन्होंने 125 में 124 निशाना साधते हुए एशियन रिकॉर्ड भी अपने नाम किया हुआ है। #6 मानव इस बार भारत के लिए चौथी बार ओलंपिक में भाग लेंगे इससे पहले 2004 में एथेंस, 2008 में बीजिंग और 2012 में लन्दन में भाग ले चुके हैं। #7 साल 2006 में हुए आईएसएसएफ निशानेबाज़ी चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतकर वह पहले भारतीय विश्व चैंपियन शॉटगन शूटर बने थे। #8 संधू ने एशियन खेलों में 1998, 2002 और 2006 में मिलाकर चार रजत पदक अपने नाम किया था। इसके अलावा कामनवेल्थ खेलों में 1998 में स्वर्ण और 2006 में कांस्य पदक जीते थे। #9 इस बार उन्हें संजीव राजपूत की जगह रियो ओलंपिक में जाने वाले 12 सदस्यीय निशानेबाज़ी दल में जगह मिली है। #10 मानवजीत ने इस बार बाकू में हुए वर्ल्ड कप से अपना नाम वापस ले लिया था, क्योंकि वह इटली में ओलंपिक की तैयारी कर रहे थे।

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