बोल्ट ने यह रेस 19.78 सेकेंड में पूरी की। यह इस सीजन में उनका यह सबसे अच्छा समय है। कनाडा के आंद्रे दे ग्रास ने 20.02 सेकेंड के साथ रजत जीता जबकि यूरोपीयन चैम्पियन फ्रांस के किस्टोफर लेमेट्रे ने 20.12 सेकेंड के साथ कांस्य जीता। बोल्ट ने बीजिंग (2008) और लंदन (2012) ओलम्पिक खेलों में 100 तथा 200 मीटर का स्वर्ण जीता था। बीते दिनों बोल्ट ने रियो में 100 मीटर का स्वर्ण जीतते हुए गोल्डन डबल की ओर एक बड़ा कदम बढ़ाया था और अब उसे हासिल भी कर लिया है। बोल्ट ने बीजिंग और लंदन में 4 गुणा 100 मीटर का भी स्वर्ण जीता था। अब बोल्ट की नजर 'ट्रिपल-ट्रिपल ' पर है। जमैका की टीम इस रेस के फाइनल में पहुंच चुकी है। रियो में 100 मीटर रेस में अमेरिका के जस्टिन गाटलिन ने रजत जीता था जबकि कनाडा के आंद्रे दे ग्रास ने कांस्य जीता था लेकिन 200 मीटर में बोल्ट के सामने गाटलिन की चुनौती नहीं थी क्योंकि वह सेमीफाइनल से ही बाहर हो गए थे। ग्रास ने बोल्ट के साथ हीट में हिस्सा लिया था और दूसरे स्थान पर रहे थे। बोल्ट को ग्रास से चुनौती की उम्मीद थी और हुआ भी यही। ग्रास ने बोल्ट के बाद दूसरा स्थान हासिल किया और रियो में अपना दूसरा पदक जीता। --आईएएनएस