टोक्यो ओलंपिक में व्यक्तिगत गोल्ड मेडल जीतने वाले जैवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा इन दिनों लगातार सुर्खियों में बने हुए हैं। जैवलिन थ्रोअर ने दुनिया के सभी एथलीट्स को पछाड़ते हुए सर्वाधिक 87.58 मीटर का भाला फेक ऐतिहासिक जीत दर्ज की। इसी कारनामे के साथ ही नीरज भारत की तरफ से ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले ट्रैक एंड फील्ड एथलीट बन गए हैं।
इसी बीच पानीपत के छोरे पर बायोपिक बनाने के भी कायस लगाये जा रहे हैं। अब बायोपिक कब बनेगी ये पता नहीं, लेकिन हां नीरज चोपड़ा अपनी बायोपिक में किस लीड एक्टर को देखना चाहते हैं वो पता है। दरअसल, ये आज की नहीं, बल्कि बहुत पहले की बात है। एक इंटरव्यू के दौरान नीरज चोपड़ा ने ख़ुद की बायोपिक के बारे में बात की थी।
इस दौरान उन्होंने ये भी बताया था कि वो बायोपिक में किस एक्टर को देखना चाहते हैं। इंटरव्यू में उन्होंने अपने दिल की बात शेयर करते दो अभिनेताओं को चुना। 2018 में दिये इस इंटरव्यू में नीरज चोपड़ा ने अक्षय कुमार और रणदीप हुड्डा को अपने किरदार के लिये पहली पसंद बताया था। वेब पोर्टल को दिये इस इंटरव्यू में उन्होंने इच्छा जताई थी कि अगर भविष्य में उन पर कभी बायोपिक बने, तो वो उसमें अक्षय कुमार या रणदीप हुड्डा में से किसी एक को देखना पसंद करेंगे।
उन्होंने कहा था कि ये तो बहुत अच्छा होगा कि भविष्य में उन पर बायोपिक बने और दोनों में से कोई एक एक्टर उनका किरदार निभाये। अब नीरज चोपड़ा की ऐतिहासिक जीत के बाद फिर से उनका इंटरव्यू वायरल हो रहा है। जिस पर अक्षय कुमार की प्रतिक्रिया भी सामने आई है। अक्षय ने हाल ही में ईटाइम्स को इंटरव्यू देते हुए कहा कि, 'वो खुद एक बहुत अच्छे दिखने वाले शख्स हैं। अगर मेरी कभी बायोपिक बने तो मैं चाहता हूं कि उन्हें उसमें काम करना चाहिए।'
आपको बता दें कि नीरज चोपड़ा की ऐतिहासिक जीत के बाद बहुत से मीम भी बन रहे हैं। सोशल मीडिया पर वायरल इन मीम में अक्षय कुमार को उनकी बायोपिक के लिए परफ़ेक्ट बताया जा रहा है।
बायोपिक के बारे में तमाम चर्चाएं सुनने के बाद नीरज चोपड़ा ने कहा है कि 'मेरे ऊपर कोई बायोपिक नहीं बनाए। मैं अभी भी खेल रहा हूं और आगे भी खेलता रहूंगा। मुझे लगता है कि मेरी जर्नी में और कहानी जोड़ना जरूरी नहीं है। मैं चाहता हूं कि मैं अभी और मेडल जीत कर भारत का नाम रौशन करूं। जब तक करियर चल रहा है तब तक बायोपिक के लिए रुक जाना चाहिए।’
क्या नीरज चोपड़ा पर बायोपिक बनाना सही है?
गोल्डेन बॅाय नीरज चोपड़ा को जितनी तवज्जो दी जाए उतनी कम है। नीरज ने काम ही ऐसा किया है। जिससे हर कोई उनका दिवाना बन जाए। बावजूद इसके सबसे बड़ा सवाल ये खड़ा होता है। क्या नीरज चोपड़ा पर बायोपिक बनाना सही है? भारत में खिलाड़ियों के बायोपिक के बारे में बात करें तो हमेशा से निर्माता अपने उम्मीदानुसार मसाला डालकर बनाते हैं। मैरी कॅाम पर बनी फिल्म में भी उन्हें वास्तवीकता से हटाकर दिखाया गया है।
भारत के आजादी के बाद पहली बार ओलंपिक में पदक जीतने वाली हॅाकी टीम पर बनी फिल्म गोल्ड को कितना तोड़ मरोड़ कर पेश किया है। फोगाट सिस्टर पर बनी दंगल में भी गीता के कोच की भी एक निगेटीव छवि के रूप में पेश किया गया है। ऐसे में नीरज पर भी अगर कोई निर्माता बायोपिक बनाता है। उसे भी वो अपने अनुसार मिर्च-मसाला डालकर बनाएगा। इससे बेहतर ये होगा कि नीरज ओलंपिक में पदक कैसे जीतेंगे उसमें फिल्म निर्माता या कलाकर फोकस करे।