आगामी महीनों में खेल गतिविधियां दोबारा शुरू करने पर नजर रखते हुए खेल मंत्रालय ने मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) जारी की है, जिसमें प्रत्येक प्रतियोगिता के लिये आयोजकों द्वारा कोविड-19 'टास्क फोर्स' गठित करके स्थलों में 50 प्रतिशत दर्शकों को जाने की अनुमति दी गई है। खेल मंत्रालय द्वारा शनिवार को जारी सर्कुलर में कहा गया कि सभी शेयरधारकों से सलाह मश्विरे के बाद दिशानिर्देश बनाए गए हैं और 'टूर्नामेंट को सख्ती से गृह मंत्रालय के निर्देशों के अनुसार ही आयोजित किया जाना चाहिए।'
खेल मंत्रालय द्वारा जारी सर्कुलर के मुताबिक, 'आयोजन समिति द्वारा प्रत्येक खेल प्रतियोगिता के लिए कोविड 'टास्क फोर्स' गठित किया जाना चाहिए ताकि सभी खिलाड़ियों और एथलीट सहायता कर्मियों (एएसपी) का मार्गदर्शन और निगरानी की जाए। इस 'टास्क फोर्स' पर एसओपी में जारी सभी प्रोटोकॉल तथा गृह मंत्रालय और स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा समय समय पर जारी अन्य निर्देशों को लागू करने की जिम्मेदारी होगी।' इस 'टास्क फोर्स' पर खिलाड़ियों और एएसपी की यात्राओं की निगरानी की जिम्मेदारी भी होगी।
खेल मंत्रालय द्वारा जारी सर्कुलर के मुताबिक, 'गृह मंत्रालय द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार ही खेल प्रतियोगिताओं में दर्शकों को जाने की अनुमति दी जाएगी। आउटडोर प्रतियोगिताओं के लिए स्टेडियम में कुल क्षमता के 50 प्रतिशत दर्शकों को अनुमति दी जाएगी।' खेल मंत्रालय द्वारा जारी सर्कुलर में कहा गया, 'बड़े टूर्नामेंट में प्रवेश और निकासी गेट तथा सीटों पर अधिक लोगों की संख्या को देखने के लिए सीसीटीवी मॉनिटरिंग भी की जा सकती है।' खेल मंत्रालय द्वारा जारी सर्कुलर में कहा गया है कि खेल प्रतियोगितायें बहाल हो सकती हैं, लेकिन अंतिम फैसला संबंधित स्थानीय अधिकारियों पर निर्भर करेगा, जहां यह टूर्नामेंट स्थल होगा।
सर्कुलर में खेल के लिए ऐसी है एसओपी
कोविड-19 को देखते हुए इसमें नियमित हैंड सैनिटाइजेशन, चेहरे पर मास्क पहनना, सामाजिक दूरी, सांस लेने के तरीके और आरोग्य सेतु ऐप को इंस्टॉल करना, यह सभी प्रमुख बातें एसओपी में रखी गई हैं। इसके अलावा कोविड-19 टास्क फोर्स और दर्शकों की मौजूदगी पर पाबंदी लगी है। सभी एथलीट्स और एएसपी को स्थल में घुसने से पहले थर्मल स्क्रीनिंग से गुजरना होगा।
इसमें कहा गया, 'इवेंट की संख्या और जोखिम का ख्याल रखते हुए आयोजक समिति हो सकता है कि इवेंट से 72 घंटे पहले की आरटी-पीसीआर परीक्षण की रिपोर्ट मांगे। जिसकी निगेटिव आरटी-पीसीआर रिपोर्ट आएगी, उसे ही इवेंट में हिस्सा लेने की अनुमति मिलेगी।' एसओपी में साथ ही बताया गया कि कंटेनमेंट जोन में रहने वाले एथलीट्स को प्रतियोगिता में हिस्सा लेने से रोका जाएगा।
खेल की एसओपी में एथलीट्स, कोच और सभी कर्मचारी को आपस में मिलने से रोका जाएगा। इसमें कहा गया, 'एएसपी जो उच्च जोखिम में है यानी वृद्ध, गर्भवती या जो भी मेडिकल स्थिति में हैं, उन्हें विशेष ख्याल रखने की जरूरत है। खेल से जुड़े इन लोगों को सीधे संबंध या अन्य एथलीट्स/कोच/अन्य कर्मचारियों के साथ मिलने की जरूरत नहीं है।'