[caption id="attachment_81292" align="alignnone" width="594"] अजय जयराम ने सुपर सीरीज टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन किया[/caption] ये साल भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ियों के लिए यादगार रहेगा। 29 वर्ष के अजय जयराम बैडमिंटन में भारतीयों की नई उम्मीद बनकर उभरे हैं। अपने बेहतरीन खेल के बावजूद अजय रियो ओलंपिक के लिए क्वालिफाई नहीं कर पाये। रियो के क्वालिफाई न कर पाने के बावजूद कई सुपर सीरीज़ में उनका खेल काबिले तारीफ रहा। उनका बेस्ट परफोर्मेंस अक्टूबर में खेले गये डच ओपन में था। इस टूर्नामेंट में अजय फाइनल तक गये, लेकिन चीनी ताईपे के खिलाड़ी जू वी वेंग से संघर्षपूर्ण मैच में हार गये। इस साल कई टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में जगह बनाने में अजय कामयाब रहे, लेकिन टाइटल जीतने में नाकाम रहे। कनाडा ओपन के सेमी-फाइनल में उन्हें ली डियोन II से हार का सामना करना पड़ा। वहीं यूएस ओपन ग्रैंड प्रिक्स गोल्ड के सेमीफाइनल में उन्हें जापान के कांता सूनियामा के हाथों शिकस्त झेलनी पड़ी। चाइना ओपन सुपरसीरीज़ में अजय क्वार्टर-फाइनल तक पहुंचे। यहां उन्हें ओलंपिक विजेता चेन लांग ने हराया। हांगक्वांग ओपन सुपरसीरीज़ में भी उनकी तकदीर का सिक्का सेमीफाइनल के आगे नहीं बढ़ पाया। साल के अंत होते-होते उन्होंने कैरियर की बेस्ट रैंकिंग 19 हासिल की और हमारे लिस्ट में 20।