स्पोर्ट्सकीड़ा साल 2016 के सर्वश्रेष्ठ पांच भारतीय खिलाड़ी

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जिंदगी में आप कभी जीतते हैं, और कभी हारते हैं। खेलों में ये बात एकदम सटीक बैठती है। रियो ओलंपिक में भारत के कई खिलाड़ियों ने निराशाजनक प्रदर्शन किया। इसके बावजूद 2016 का साल खेल में 'मील का पत्थर' साबित हुआ। रियो में भारत के कुछ खिलाड़ियों ने अपने प्रदर्शन से समां बांध दिया। ओलंपिक के उन पलों को भारतीय फिर से जीना चाहेंगे। उन पलों को एक बार फिर से संजोने के लिए स्पोर्ट्सकीड़ा ने साल 2016 के सर्वश्रेष्ठ 25 भारतीय खिलाड़ियों की लिस्ट बनायी है। पेश हैं वो पांच खिलाड़ी जिनके नाम का डंका खेल जगत में बज रहा है :


#5 मरियप्पन थंगवेलू

एक साल पहले तक मरियप्पन थंगवेलू का नाम तक कोई नहीं जानता था। पर अब, वो खेल जगत में चर्चित नाम है। रियो पैरालंपिक में मरियप्पन ने हाई जंप में स्वर्ण पदक जीतकर देश का सम्मान बढ़ाया। 2004 पैरालंपिक के बाद अब जाकर भारत को स्वर्ण पदक मिला है। इसका पूरा श्रेय मरियप्पन थंगवेलू को जाता है। महज पांच साल की उम्र में मरियप्पन ने एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना में अपना पैर गंवा दिया। लेकिन उन्होंने कभी भी इस घटना को अपने ऊपर हावी नहीं होने दिया। उन्होंने ट्यूनिशिया के आईपीसी ग्रैंड पीक्स में फुरुषों के हाई जंप टी-42 में 1.78 मीटर की लंबी छलांग लगाकर रियो के लिए क्वालिफाई किया था। रियो पैरालंपिक में पहुंचने के लिए 1.60 मीटर छलांग का मापदंड बनाया गया था। जिसे 20 साल के मरियप्पन ने आसानी से पार कर लिया। रियो में उन्होंने 1.89 मीटर की छलांग लगाकर स्वर्ण पदक की बाजी मार ली, जो कि विश्व रिकॉर्ड विश्व में मरियप्पन की मौजूदा रैंकिंग नंबर एक है, और हमारे लिस्ट में नंबर 5 पर उन्होंने जगह बनाई है। #4 साक्षी मलिक ओलंपिक में मेडल जीतने वाली पहली महिला पहलवान बनी साक्षी मलिक 2016 में 'छुपा रुस्तम' का तमगा अगर किसी को जाता है तो वो है साक्षी मलिक। 24 साल की इस पहलवान का नाम फोगाट बहनों की परछाई में कहीं छिप गया था। मगर रियो ओलंपिक के बाद भारतीय कुश्ती को एक नई हस्ती मिल गई। ओलंपिक ट्रायल में साक्षी ने अपने ही देश की पहलवान गीता फोगाट को चित कर रियो के लिए क्वालिफाई किया। रियो में अपना दमखम दिखाते हुए कांस्य पदक अपने नाम कर लिया। ऐसा करने वाली वो पहली भारतीय महिला पहलवान बन गईं। ओलंपिक गये कुश्ती दल से भारतीयों को काफी उम्मीद थी, लेकिन सभी ने निराश ही किया। इससे भारत की ओलंपिक तैयारियों पर सवालिया निशान लग गया, पर साक्षी मलिक ने अपनी जीत के साथ भारतीय कुश्ती पर लगे गहरे घाव पर मरहम लगाने की कोशिश की। कभी न हार मानने की जिद ने उन्हें करोड़ों भारतीय खेल प्रेमियों का अपने प्रदर्शन से दिल जीत लिया। भारतीय कुश्ती में साक्षी के अतुलनीय योगदान के लिए उन्हें हमने अपनी लिस्ट में नंबर 4 पर रखा है। #3 रविचंद्रन अश्विन

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रविचंद्रन अश्विन 2016 में टॉप फॉर्म में रहे। गेंद की फिरकी के साथ कई मौकों पर उन्होंने बल्ले से भारतीय क्रिकेट टीम को जीत दिला दी। सालभर उनकी गेंदबाजी के जाल में बल्लेबाज विकेट खोते रहे और एक धुरंधर बल्लेबाज की तरह विपक्षी टीम के गेंदबाजों की धुलाई भी की।

साल के अंत में उनकी उपबल्धियों के लिए आईसीसी क्रिकेटर ऑफ द ईयर और टेस्ट क्रिकेटर ऑफ द ईयर अवॉर्ड के लिए चुना गया है। 2016 में ऑफ स्पिनर अश्विन ने 12 टेस्ट मैच खेलकर 72 विकेट चटकाये। ये आंकड़े साबित करते हैं कि वो इस साल कितने खतरनाक गेंदबाज रहे हैं। गेंदबाजी में अपना लोहा मनवाने के बाद, कई मौकों पर उन्होंने भारतीय पारी को संकट से उबारा। हाल में इंग्लैंड के खिलाफ खेले गये पांच टेस्ट मैचों की सीरीज़ में 25 विकेट लेकर 300 से ज्यादा रन भी बनाये। क्रिकेट के इतिहास में वो ऐसे पांचवें खिलाड़ी हैं, जिन्होंने ये कारनामा किया है। उनकी गेंदबाजी का तोड़ इस साल कोई भी नहीं निकाल पाया। एशिया महाद्वीप में वो और भी घातक साबित हो रहे हैं। मार्च-अप्रैल में हुये आईसीसी टी-20 विश्व कप में उन्होंने 17 मैचों में 23 विकेट झटके थे। इससे भारत को सेमिफाइनल तक पहुंचने में काफी मदद मिली थी। 2016 में डर बोया है, उसकी वजह से उन्हें हमारी लिस्ट में तीसरा स्थान मिलता है। #2 पीवी सिंधु बैडमिंटन का नया सितारा पी वी सिंधु 2016 में सबसे ज्यादा चर्चित खिलाड़ी पीवी सिन्धु रहीं। स्टार बैडमिंटन खिलाड़ी साइना नेहवाल रियो से शुरुआती दौर में ही बाहर हो गयीं। साइना के बाहर होते बैडमिंटन में पदक की उम्मीद लोगों ने छोड़ दी थी। उम्मीदों के विपरीत सिंधु ने न केवल रजत पदक जीता, बल्कि भारत की लाज भी बचाई। 21 साल की सिंधु ने परिपक्वता दिखाते हुए बेहतरीन खेल दिखाया। उन्होंने अपने से ऊपर रैंक के खिलाड़ियों को मात दी। फाइनल तक के सफर में कई अनुभवी खिलाड़ियों ने उनके आगे घुटने टेक दिये। फाइनल में उनका मुकाबला विश्व की नंबर एक कैरोलिना मारिन से हुआ। इस रोमांचक मुकाबले में जीत कैरोलिना की हुई। मैच हारने के बाद भी सिंधु कैरोलिना को बधाई देने पहुंची। भारत लौटने पर उनका जोरदार स्वागत किया गया। ओलंपिक में रजत पदक हासिल करने के बाद पीवी सिन्धु ने चाइना ओपन सुपरसीरीज़ अपने नाम किया। हांगकांग ओपन सुपरसीरीज में वो दूसरे स्थान पर रहीं। सालभर जो उपल्बधियां सिन्धु ने हासिल की, उसके लिए हमारे लिस्ट में उन्हें नंबर 2 का स्थान मिलता है। #1 विराट कोहली क्रिकेट के हर फॉर्मेट में नया कीर्तिमान रचा विराट कोहली 2016 में एक भी आईससी अवॉर्ड अपने नाम नहीं कर पाये, लेकिन उनका बल्ला खूब चला। भारत के टेस्ट कप्तान ने इस साल कई पुराने रिकॉर्ड धवस्त किये। क्रिकेट के तीनों प्रारूप में उनकी बादशाहत को चुनौती देने वाला कोई नहीं था। 12 टेस्ट मैचों में विराट ने शानदार रूप से तीन दोहरे शतक बनाये। टेस्ट में उन्होंने विशालकाय 75.93 की औसत से 1215 रन ठोक दिये। वनडे में विराट ने 10 मैचों में 92.3 की औसत से 739 रन बनाये। चार वनडे शतक का उन्होंने अपने आंकड़ों में और इजाफा कर लिया है। हालांकि, विराट की विस्फोटक बल्लेबाजी सही मायनों में टी-20 विश्व कप में दिखी। इस टूर्नामेंट में उन्होंने अकेले अपने बल-बूते पर भारतीय क्रिकेट टीम को सेमिफाइनल तक पहुंचा दिया। बल्लेबाजी में विराट हर साल नया कीर्तिमान रचते जा रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने विपक्षी टीम और आलोचकों को अपनी कप्तानी का लोहा मनवा लिया है। उनकी कप्तनी की काबिलियत इसी बात से पता लगती है कि 12 टेस्ट मैच में बिना कोई मैच हारे भारतीय टीम ने नौ में जीत दर्ज की है। सालभर उनके अद्भुत प्रदर्शन के लिए हम विराट कोहली को बिना किसी शंका के 2016 सर्वश्रेष्ठ भारतीय खिलाड़ी का खिताब प्रदान करते हैं।

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