रविचंद्रन अश्विन 2016 में टॉप फॉर्म में रहे। गेंद की फिरकी के साथ कई मौकों पर उन्होंने बल्ले से भारतीय क्रिकेट टीम को जीत दिला दी। सालभर उनकी गेंदबाजी के जाल में बल्लेबाज विकेट खोते रहे और एक धुरंधर बल्लेबाज की तरह विपक्षी टीम के गेंदबाजों की धुलाई भी की।
साल के अंत में उनकी उपबल्धियों के लिए आईसीसी क्रिकेटर ऑफ द ईयर और टेस्ट क्रिकेटर ऑफ द ईयर अवॉर्ड के लिए चुना गया है। 2016 में ऑफ स्पिनर अश्विन ने 12 टेस्ट मैच खेलकर 72 विकेट चटकाये। ये आंकड़े साबित करते हैं कि वो इस साल कितने खतरनाक गेंदबाज रहे हैं। गेंदबाजी में अपना लोहा मनवाने के बाद, कई मौकों पर उन्होंने भारतीय पारी को संकट से उबारा। हाल में इंग्लैंड के खिलाफ खेले गये पांच टेस्ट मैचों की सीरीज़ में 25 विकेट लेकर 300 से ज्यादा रन भी बनाये। क्रिकेट के इतिहास में वो ऐसे पांचवें खिलाड़ी हैं, जिन्होंने ये कारनामा किया है। उनकी गेंदबाजी का तोड़ इस साल कोई भी नहीं निकाल पाया। एशिया महाद्वीप में वो और भी घातक साबित हो रहे हैं। मार्च-अप्रैल में हुये आईसीसी टी-20 विश्व कप में उन्होंने 17 मैचों में 23 विकेट झटके थे। इससे भारत को सेमिफाइनल तक पहुंचने में काफी मदद मिली थी। 2016 में डर बोया है, उसकी वजह से उन्हें हमारी लिस्ट में तीसरा स्थान मिलता है।