विराट कोहली 2016 में एक भी आईससी अवॉर्ड अपने नाम नहीं कर पाये, लेकिन उनका बल्ला खूब चला। भारत के टेस्ट कप्तान ने इस साल कई पुराने रिकॉर्ड धवस्त किये। क्रिकेट के तीनों प्रारूप में उनकी बादशाहत को चुनौती देने वाला कोई नहीं था। 12 टेस्ट मैचों में विराट ने शानदार रूप से तीन दोहरे शतक बनाये। टेस्ट में उन्होंने विशालकाय 75.93 की औसत से 1215 रन ठोक दिये। वनडे में विराट ने 10 मैचों में 92.3 की औसत से 739 रन बनाये। चार वनडे शतक का उन्होंने अपने आंकड़ों में और इजाफा कर लिया है। हालांकि, विराट की विस्फोटक बल्लेबाजी सही मायनों में टी-20 विश्व कप में दिखी। इस टूर्नामेंट में उन्होंने अकेले अपने बल-बूते पर भारतीय क्रिकेट टीम को सेमिफाइनल तक पहुंचा दिया। बल्लेबाजी में विराट हर साल नया कीर्तिमान रचते जा रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने विपक्षी टीम और आलोचकों को अपनी कप्तानी का लोहा मनवा लिया है। उनकी कप्तनी की काबिलियत इसी बात से पता लगती है कि 12 टेस्ट मैच में बिना कोई मैच हारे भारतीय टीम ने नौ में जीत दर्ज की है। सालभर उनके अद्भुत प्रदर्शन के लिए हम विराट कोहली को बिना किसी शंका के 2016 सर्वश्रेष्ठ भारतीय खिलाड़ी का खिताब प्रदान करते हैं।