भारत के पहलवान और ओलंपिक्स के रजत पदक विजेता सुशील कुमार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोडिया और खेल मंत्रालय को ट्वीट करके रिओ ओलंपिक्स के 74 किग्रा कैटेगरी में उचित ट्रायल करवाने की मांग की है। रिपोर्ट के मुताबिक भारतीय रेसलिंग फेडरेशन ने रिओ ओलंपिक्स की लिस्ट में सुशील को शामिल नही किया है और 74 किग्रा वर्ग में कोटा हासिल करने वाले नरसिंह यादव को मौका दिया गया है। पिछले कुछ दिनों से ये चर्चा का विषय है कि ओलंपिक में किसको भेजा जाए - वर्ल्ड चैंपियनशिप्स में कोटा हासिल करने वाले नरसिंह यादव को या पिछले ओलंपिक में रजत हासिल करने वाले सुशील कुमार को? सुशील चोटिल होने के कारण प्रतियोगिता में हिस्सा नही ले पाए थे। सुशील कुमार का मानना है कि इसका फैसला करने के लिए एक उचित ट्रायल की जरूरत है, वहीँ नरसिंह यादव का कहना है कि उन्होंने कोटा हासिल किया है और इस वजह से उन्हें ही रिओ जाना चाहिए। सुशील ने इस मामले में एक ट्वीट भी किया था और जिसमें उनकी मांग है कि उन्हें सिर्फ एक ट्रायल का मौका दिया जाना चाहिए और जो भी उसमें जीते, उसे आगे जाने का मौका मिले।
सुशील कुमार ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और खेल मंत्रालय को भी एक ट्वीट में शामिल किया है, जिसमें उन्होंने 1996 की एक घटना का जिक्र किया है जब काका पवार और पप्पू यादव के बीच ट्रायल हुआ था।
हालाँकि इस मामले में खेल मंत्री सोनोवाल ने कहा है कि ये फेडरेशन का मामला है और हम उसमें हस्तक्षेप नही कर सकते। अब देखना है कि क्या इस ट्वीट के बाद प्रधानमंत्री इस मामले में कुछ करते हैं या नही और क्या सुशील को अपने आप को साबित करने का एक मौका मिलेगा?