टोक्यो ओलंपिक सिल्वर मेडलिस्ट मीराबाई चानू बनीं पुलिस अधिकारी

वेटलिफ्टर मीराबाई चानू ने पुलिस अधिकारी की अपनी यूनिफॉर्म में ये तस्वीर साझा की।
वेटलिफ्टर मीराबाई चानू ने पुलिस अधिकारी की अपनी यूनिफॉर्म में ये तस्वीर साझा की।

2020 टोक्यो ओलंपिक खेलों में भारत को वेटलिफ्टिंग का सिल्वर मेडल दिलाने वाली भारोत्तोल्लक साइकॉम मीराबाई चानू मणिपुर पुलिस में एएसपी यानि अपर पुलिस अधीक्षक बन गई हैं। मणिपुर सरकार ने आधिकारिक समारोह आयोजित करते हुए मीराबाई चानू को ASP (Sports) के पद पर तैनाती दी। मीराबाई चानू ने सोशल मीडिया पर तस्वीरें साझा करते हुए खुशी जाहिर की। चानू के ओलंपिक मेडल जीतने के बाद जुलाई 2021 में ही मणिपुर सरकार ने उन्हें एएसपी के रूप में नियुक्त करने का ऐलान किया था और नए साल में उन्हें यह तैनाती आधिकारिक रूप से दी गई है। कुछ ही दिन पहले असम सरकार ने टोक्यो ओलंपिक में बॉक्सिंग का कांस्य जीतने वालीं मुक्केबाज लोवोलीना बोर्गोहिन को डीएसपी के रूप में आधिकारिक नियुक्ति दी थी।

मीराबाई चानू ने मणिपुर के मुख्यंत्री एन बीरेन सिंह की मौजूदगी में पुलिस की वर्दी में अपने नए पद की कमान संभाली। चानू ने इसका श्रेय अपने माता-पिता को दिया। 27 साल की चानू ने टोक्यो ओलंपिक में 49 किलोग्राम कैटेगरी में बेहतरीन प्रदर्शन किया था। विश्व चैंपियनशिप जीत चुकीं मीराबाई गोल्ड मेडल के बेहद करीब थीं, लेकिन आखिरकार उन्हें सिल्वर से संतोष करना पड़ा। मीराबाई चानू से पहले वेटलिफ्टिंग में देश को इकलौता ओलंपिक मेडल कर्णम मल्लेश्वरी ने साल 2000 के सिडनी ओलंपिक में कांस्य पदक के रूप में दिलाया था।

अपने ओलंपिक सिल्वर मेडल के साथ मीराबाई चानू।
अपने ओलंपिक सिल्वर मेडल के साथ मीराबाई चानू।

चानू ने 2014 के ग्लासगो कॉमनवेल्थ खेलों में 48 किलोग्राम कैटेगरी में रजत पदक जीता था और 2018 के गोल्ड कोस्ट खेलों में अपना प्रदर्शन सुधारते हुए इसी वर्ग में गोल्ड अपने नाम किया था। 2017 की विश्व चैंपियनशिप में चानू गोल्ड मेडल जीतने में कामयाब रहीं थीं। फिलहाल चानू का लक्ष्य 2024 पेरिस ओलंपिक के लिए क्वालिफाय कर गोल्ड जीतने का है।