रूसी तैराक राइलोव ने ओलंपिक में अपना दूसरा स्वर्ण पदक जीत लिया है। रूसी खिलाड़ी की जीत को लेकर अब कई तरह के सवाल उठने लगे हैं। रूसी प्रतिद्वंद्वी राइलोव के दूसरे टोक्यो स्वर्ण जीतने के बाद अमेरिकी तैराक मर्फी का विवादित बयान सामने आया है। मर्फी का कहना है कि रेस ‘शायद सही नहीं’ है.
अमेरिकी रयान मर्फी ने शुक्रवार को 200 मीटर बैकस्ट्रोक में रूसी एवगेनी राइलोव की जीत पर संदेह जताते हुए कहा, "मैं एक ऐसी दौड़ में तैर रहा हूं जो शायद सही नहीं है।"
वहीं अपने प्रतिद्वंद्वी रयान मर्फी के अपत्तिजनक बयान से राइलोव बेहद हैरान हैं। इस बयान पर राइलोव ने पलटवार करते हुए कहा कि वो मर्फी की टिप्पणियों से "आश्चर्यचकित" थे, जिसे उन्होंने "अजीब" भी बताया है।
क्या है मामला
मर्फी को टोक्यो एक्वेटिक्स सेंटर में इस सप्ताह दूसरी बार 24 वर्षीय राइलोव से हारने के बाद रजत से संतोष करना पड़ा, जिन्होंने मंगलवार को 100 मीटर बैकस्ट्रोक में भी स्वर्ण पदक जीता था। पहले ही हफ़्ते में 100 मीटर बैकस्ट्रोक स्वर्ण पदक जीतने के बाद राइलोव ने बीते शुक्रवार टोक्यो एक्वेटिक्स सेंटर में 1 मिनट 53.27 सेकेंड के ओलंपिक रिकॉर्ड समय में 200 मीटर बैकस्ट्रोक खिताब जीता।
अमेरिकी तैराक मर्फी पांच साल पहले रियो खेलों के गत चैंपियन भी रह चुके हैं, जिन्हें 1 मिनट 54.15 सेकंड के समय के साथ रजत पदक से संतोष करना पड़ा।
मर्फी ने रियो में 200 मीटर में स्वर्ण पदक जीता था, जहां राइलोव ने कांस्य का दावा किया था, लेकिन यह जोड़ी तब से एक दूसरे का विरोध कर रही है। वहीं जब मर्फी से रेस की निष्पक्षता के बारे में बात की गई, तो मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा, "मेरे पास लगभग 15 विचार हैं, उनमें से 13 मुझे बहुत परेशानी में डाल देंगे। यह वही है। मैं उसमें फंसने की कोशिश नहीं करता।
आपको बता दें कि रूस को राज्य प्रायोजित डोपिंग का दोषी पाए जाने के बाद टोक्यो 2020 से प्रतिबंधित कर दिया गया है, लेकिन 330 से अधिक रूसी एथलीटों को रूसी ओलंपिक समिति (आरओसी) के नाम पर प्रतिस्पर्धा करने और देश के रंग पहनने की अनुमति दी गई है।