टोक्यो ओलंपिक का आगाज भारत के लिए मेडल के साथ हुआ। वेटलिफ्टर मीराबाई चानू ने मेडल जीतकर इतिहास रच दिय़ा है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि वेटलिफ्टिंग कैटेगरी में भारत के किसी खिलाड़ी ने ओलंपिक में पदक 21 साल बाद जीता है। इससे पहले 2000 सिडनी ओलंपिक में कर्णम मल्लेश्वरी ये कारनामा कर चुकी हैं।।
भारत के 100 से ज्यादा खिलाड़ी इस महाकुंभ में हिस्सा ले रहे हैं। इस बार हिंदुस्तान के लिए एक खेल मुख्य बिंदु बनेगा वो है गोल्फ। भारत अन्य खेल के अलावा गोल्फ में भी अपनी ठोस दावेदारी पेश कर रहा है।
अदिति अशोक, अनिर्बन लहिरी जैसे खिलाड़ियों से इस बार विशेष प्रदर्शन की उम्मीद की जा रही है। 2016 रियो ओलंपिक के बारे में बात करें तो अदिति अशोक के प्रदर्शन कई दिनों तक चर्चा का विषय बना हुआ था और इस बार भी अदिति से पूरे भारत को मेडल की बहुत उम्मीदें हैं। गोल्फ में इंडिया का कैसा रहेगा प्रदर्शन इसी मुद्दे पर हमने भारत के युवा गोल्फर युवराज संधू से स्पोर्टसकीड़ा ने खास बातकर उनसे राय जाननी चाही और इस ओलंपिक से क्या कुछ उम्मीदें कर रहें हैं। युवराज का ताल्लुक चंडीगढ़ से है।
पिताजी के आर्मी में होने के वजह से डिसीप्लीन उन्हें गिफ्ट के रूप में मिला है। अनिर्बन के बारे में बात करते हुए युवा गोल्फर कहते हैं कि अनिर्बन के साथ उन्होंने कई प्रतियोगिता में अच्छा समय बिताया है और जब भी उनसे मिले हैं हर बार कुछ नया ही सीखा है। अनिर्बन के बारे में आगे बात करते हुए संधू कहते हैं कि अनिर्बन और उनके बारे में खास बात है कि वो दोनों ही आर्मी बैकग्राउड से हैं। अनिर्बन के ओलंपिक में मेडल जीतने के सवाल को लेकर युवराज से पूछा गया कि क्या उनके सीनिय़र पोडियम फिनीश कर पाएंगे? जिसका जवाब में उन्होंने हामी भरते हुए कुछ ना कहना उचित समझा। वहीं अदिति अशोक के मेडल जीतने के प्रश्न पर भी उन्होंने एक प्रकार का जवाब दिया।
कोविड का समय किसी भी खिलाड़ी के लिए आसान नहीं रहा है लेकिन युवराज ने इस मुश्किल की घड़ी में भी एकाग्र होकर सरकार की सारी नियम का पालन करते हुए घर पर रहकर पूरे लाकडाउन में अभ्यास किया है। युवराज ने बताया है कि उन्होंने घर के कंपाउड में गोल्फ अभ्यास की पूरी व्यवस्था करके रखी है। युवराज ने आगे बात करते हुए कहा कि पेरिस ओलंपिक में भारतीय दल का हिस्सा रहना चाहेंगें।