टोक्यो ओलंपिक में भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने जर्मनी को हराकर कांस्य पदक पर काब्ज़ा जमा लिया है। जीत के बाद खिलाड़ियों के घर और गांव समेत पूरे देशभर में जश्न मनाया गया। जश्न और ख़ुशियों भरी कुछ ऐसी ही तस्वीरें अमृतसर से भी सामने आईं हैं।
हॉकी टीम का हिस्सा बने अटारी गांव के शमशेर सिंह के गांव में परिजनों और ग्रामीणों ने मिल कर ख़ूब घूम-धाम से जीत का जश्न मनाया। वहीं हॉकी खिलाड़ी हरमनप्रीत सिंह के पिता सरबजीत सिंह ने वीडियो कॉल पर ख़ुशी जाहिर की। सरबजीत सिंह का कहना था कि जैसे ही भारतीय टीम का कोई भी खिलाड़ी गोल करता था, तो वो सबके साथ मिल कर जोर-जोर से चक दे इंडिया के नारे लगाने लगते थे।
हॉकी टीम के बेहतरीन प्रदर्शन के बाद हरमनप्रीत सिंह के माता-पिता की ख़ुशी का कोई ठिकाना नहीं था। गुरजंट सिंह के पिता बलदेव सिंह, भाई, चाचा और दादा महिंदर सिंह भी जीत की ख़ुशी में डूबे दिखाई दिये। शमशेर सिंह के पिता हरदेव सिंह, मां, दादा-दादी और बचपन के कोच नवजीत सिंह का कहना है कि शमशेर ने भले मैच में कोई गोल नहीं किया। पर हां टीम इंडिया को मिले कॉर्नर को तीसरे गोल में बदलने में शमशेर ने महत्वपूर्ण भूमिका अदा की। जीत की ख़ुशी में अटारी गांव में उत्सव का माहौल है।
इसके अलावा भारतीय हॉकी टीम के खिलाड़ी रुपिंदरपाल सिंह के घर बधाई देने वालों का आना-जाना लगा रहा है। रुपिंदरपाल सिंह कांस्य पदक वीजेता हैं और मैच में उन्होंने एक गोल दाग़ा था। टोक्यो ओलंपिक में उन्होंने कुल चार गोल दाग कर पदक जीतने में अहम योगदान अदा किया। जश्न के इस महौल में प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी प्रधान पवन गोयल और विधायक कुशलदीप सिंह किक्की ढिल्लों के साथ पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू भी खिलाड़ी को बधाई देने के लिये उनके घर पहुंचे।
परिवार और गांववालों की इतनी ख़ुशी जायज़ भी है। भारतीय पुरुष हॉकी टीम के 41 साल बाद ओलंपिक पदक जो जीता है। दशकों बाद मिली इस ख़ुशी की वजह से पंजाब और हरियाणा में जगह-जगह लोगों को जश्न मनाते देखा गया। खिलाड़ियों के परिवार वालों का मानना है कि उन्होंने देश को गौरवांवित किया है। ग़ौरतलब है कि भारतीय हॉकी टीम ने गुरुवार को कांस्य पदक के प्ले आफ मुकाबले में जर्मनी को 5-4 से हराकर कांस्य पदक जीत लिया।
पंजाब के खेल मंत्री राणा गुरमीत सिंह सोढ़ी ने ऐतिहासिक जीत पर खिलाड़ियों को बधाई दी है।