भारत की पुरुष 4*400 मीटर रीले टीम ने टोक्यो ओलंपिक में इतिहास रच दिया। टीम ने रीले के क्वालिफिकेशन हीट में बेहद तेजी से रेस खत्म की और नया एशियाई रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया। हालांकि टीम फाइनल के लिए क्वालीफाई नहीं कर पाई, लेकिन एथलेटिक्स में धीरे-धीरे भारतीय एथलीट्स अपने निशान छोड़ रहे हैं।1 सेकेंड से कम समय से चूकी टीमभारतीय रीले टीम चंद मिलिसेकेंड की देरी से रीले फाइनल में जगह बनाने से रह गई लेकिन टीम ने कुल 3 मिनट 25 मिलीसेकेंड में रेस पूरी कर नया एशियाई रिकॉर्ड अपने नाम किया। मोहम्मद अनस, नोआ निर्मल टॉम, राजीव अरोकिया,जेकब अमोज ने पूरी दौड़ में जान लगा दी। भारत ने 2018 एशियाई खेलों में कतर की टीम के 3 मिनट 56 मिलिसेकेंड के विजयी टाइम को मात देकर एशिया में सबसे तेज रीले टीम होने का रिकॉर्ड कायम किया है।#IND's 4x400m relay team set a new Asian record at the #Olympics! 😱Watch Amoj Jacob's finishing blitz that helped India finish fourth in heat 2 and sprint straight into the history books. 🙌#StrongerTogether | #UnitedByEmotion | #Tokyo2020 | #BestOfTokyo pic.twitter.com/gdDYPX2RLD— #Tokyo2020 for India (@Tokyo2020hi) August 6, 2021क्वालिफिकेशन में कुल 2 हीट हुई थीं। भारत के हीट से पोलेंड, जेमेका और बेल्जियम ने क्वालिफाय किया। लेकिन भारतीय टीम का प्रदर्शन सराहा जाना चाहिए क्योंकि मिक्स्ड रीले जीतने वाली पोलेंड की टीम ने इस दौड़ में 2 मिनिट 58 सेकेंड 55 मिलिसेकेंड का समय लिया जबकि जेमेका ने 2 मिनिट 59 सेकेंड 29 मिलिसेकेंड लिए। बेल्जियम ने 2 मिनट 59 सेकेंड 37 मिलिसेकेंड लिए। मतलब भारतीय टीम चंद मिलिसेकेंड की वजह से पदक इतिहास बनाने से रह गई।कैसे होती है 4* 400 रीलेWell done boys✌🏻🇮🇳New Asian Record 3:00.25 by #Ind 4x400m relay team at the #Tokyo2020 #OlympicGames Missed qualification for the finals narrowly. Thanks team for giving your best- @muhammedanasyah @Arokiarajiv400m Noah Nirmal Tom and Amoj Jacob.— Athletics Federation of India (@afiindia) August 6, 2021इस रीले दौड़ में एक टीम के 4 खिलाड़ी भाग लेते हैं और हर खिलाड़ी को 400 मीटर की दौड़ पूरी करनी होती है। आम तौर पर ओलंपिक जैसे मुकाबलों में क्योंकि टीमें ज्यादा होती हैं, इसलिए पहले क्वालिफिकेशन राउंड होते हैं जिन्हें हीट कहा जाता है।भारतीय पुरुष रीले टीम में शामिल मुहम्मद अनस 400 मीटर दौड़ के राष्ट्रीय चैंपियन हैंफाइनल में पहुंची 6 या 8 (जो भी लागू हो) टीमों के बीच मुकाबला होता है। रेस की शुरुआत में सभी टीमों से एक-एक खिलाड़ी निर्धारित ट्रैक पर खड़ा होता है और उनके हाथ में एक बैटन होता है जिसे खिलाड़ियों को 400 मीटर की दौड़ के बाद सामने खड़े अपने टीम के साथी को सौंपना होता है और वो इसे लेकर भागता है। शुरुआती 500 मीटर धावक अपनी लेन में ही भागते हैं।आगे पदक जीतने के मौकेअगर भारतीय टीम इसी दर से अपनी टाइमिंग सुधारती है तो निकट भविष्य में कई बड़ी प्रतियोगिताओं में भारत को इस रीले में पदक मिल सकता है। 4*400मीटर की दौड़ में भारत ने 2018 के एशियाई खेलों में 3 मिनट 1 सेकेंड 85 मिलिसेकेंड के समय से रजत पदक जीता था। ऐसे में 3 मिनट और 25 मिलीसेकेंड का टाइम साफतौर पर काफी अच्छा इंप्रूवमेंट है। वैसे इस दौड़ का विश्व रिकॉर्ड 2 मिनट 54 सेकेंड 29 मिलिसेकेंड का है जो 1993 में अमेरिका ने बनाया था। ओलंपिक रिकॉर्ड भी अमेरिका के नाम ही है जो 2 मिनट 55 सेकेंड39 मिलिसेकेंड है और इसे अमेरिका ने 2008 बीजिंग ओलंपिक में बनाया था।Tokyo Olympics पदक तालिका