Tokyo Olympics महिला डबल्स टेनिस के पहले राउंड में भारत की सानिया मिर्ज़ा और अंकिता रैना को चौंकाने वाली हार का सामना करना पड़ा। इस हार के साथ सानिया मिर्ज़ा के ओलंपिक पदक जीतने की उम्मीद को एक और बड़ा झटका लगा और उम्र को देखते हुए यह उनका आखिरी ओलंपिक साबित हो सकता है।
सानिया मिर्ज़ा और अंकिता रैना को यूक्रेन की ल्यूडमायला किचेनोक और नाडिया किचेनोक की जोड़ी ने 0-6, 7-6, 10-8 से हराया। भारतीय जोड़ी एक समय 6-0, 5-3 से आगे थी और एकतरफा जीत की तरफ आगे बढ़ रही थी, लेकिन यूक्रेन की जोड़ी ने शानदार वापसी करते हुए अप्रत्याशित जीत दर्ज की।
पहले सेट में सानिया और अंकिता ने विपक्षी खिलाड़ियों को कोई मौका नहीं दिया और 6-0 से सेट अपने नाम किया। दूसरे सेट में मैच जीतने के काफी करीब पहुंचने के बाद सानिया और अंकिता को बड़ा झटका लगा और टाई ब्रेक में गया, जहाँ यूक्रेन की खिलाड़ियों ने 7-0 से जीत हासिल की और 7-6 से सेट पर कब्ज़ा किया। आखिरी सेट सुपर टाई ब्रेक था, जहाँ भारतीय खिलाड़ियों को 8-10 से हार का सामना करना पड़ा और पहले ही राउंड में उनकी चुनौती समाप्त हो गई।
टेनिस में अब भारत की एकमात्र उम्मीद पुरुष सिंगल्स में सुमित नागल हैं, जिन्होंने कल पहले राउंड में जीत हासिल की थी और दूसरे राउंड में प्रवेश किया था।