टोक्यो ओलंपिक में पुरुषों की हाई जम्प स्पर्धा में एक ऐसा वाकया देखने को मिला जहां एक नहीं बल्कि दो खिलाड़ियों को पहला स्थान हासिल हुआ। इटली के गियानमार्को तांबेरी और कतर के मुताज बर्शिम ने बराबरी की ऊंचाई पार करके संयुक्त रूप से गोल्ड मेडल हासिल किया। ग्रीष्मकालीन ओलंपिक इतिहास में ये 29वां मौका था जब गोल्ड मेडल संयुक्त रूप से 1 से अधिक खिलाड़ियों को दिया गया हो।
"क्या हम गोल्ड शेयर नहीं कर सकते"
पुरुषों की हाई जम्प के फाइनल में कतर के बर्शिम ने पहला सफल जम्प 2.24 मीटर का किया,जबकि तांबेरी ने 2.19 मीटर पर पहला सफल अटेम्प्ट किया। दोनों एथलीटों ने 2.37 मीटर का सफल अटेम्प्ट किया। क्योंकि निर्णायक जम्प भी की जानी थी, लेकिन दोनों ही एथलीट 2.39 मीटर की हाई जम्प नहीं कर पाए। ऐसे में अंपायर ने दोनों खिलाड़ियों को ऑफर दिया कि वो शूटऑफ की तरह ही एक जम्प ऑफ कर लें। ऐसे में बर्शिम ने पूछा कि क्या वो दोनों गोल्ड मेडल शेयर नहीं कर सकते । जैसे ही अंपायर ने जवाब दिया कि वो ऐसा कर सकते हैं, बर्शिम और तांबेरी ने हाथ मिलाकर संयुक्त रूप से मेडल के लिए हामी भर दी।
अनलकी रहे बेलारूस के एथलीट
बर्शिम और तांबेरी को गोल्ड मिला था, इसलिए नियम के तहत अगला मेडल यानि सिल्वर किसी को नहीं दिया गया और अगले खिलाड़ी बेलारूस के मक्सिम नेदासेको को कांस्य पदक दिया गया। नेदासेको काफी अनलकी रहे क्योंकि उन्होंने भी तांबरी और बर्शिम की तरह ही 2.37 मीटर की ऊंचाई सफलता से पार की थी। लेकिन नियम के मुताबिक बराबरी पर होने पर यह देखा जाता है कि किस खिलाड़ी ने पिछली जंपों में सबसे ज्यादा असफल अटेम्प्ट किए हैं और इस आधार पर वह रैंकिंग में नीचे आता है। क्योंकि नेदासेको ने 2.35 मीटर के अटेम्प्ट में असफलता पाई थी, इस कारण से वो तीसरे नंबर पर आ गए।
पहले ओलंपिक में ही टाई
खास बात ये है कि ओलंपिक इतिहास का पहला टाई 1896 के पहले ओलंपिक खेलों में हाई जम्प स्पर्धा में ही हुआ था। इसमें सिल्वर मेडल के लिए टाई हुआ था जहां दो खिलाड़ियों को संयुक्त रूप से पदक मिला। इसी ओलंपिक में 2 और मुकाबलों में टाई देखने को मिला जहां पुरुषों के पोल वॉल्ट और 100 मीटर फर्राटा दौड़ में तीसरे स्थान के लिए टाई हुआ और 2-2 खिलाड़ियों को कांस्य पदक दिया गया। गोल्ड मेडल के लिए पहला टाई साल 1900 के पेरिस ओलंपिक में हुआ, और इस बार भी ये हाई जम्प में ही था।