टोक्यो ओलंपिक के पुरुष बास्केटबॉल का स्वर्ण पदक उम्मीद के मुताबिक अमेरिका की टीम ने जीत लिया है। अमेरिका ने फ्रांस को 87-82 के अंतर से हराकर रिकॉर्ड 16वीं बार गोल्ड जीता। इस जीत के नायक रहे टीम के कप्तान और NBA स्टार केविन ड्यूरंट जिन्होंने फाइनल में 87 में से 29 अंक अर्जित किए।
ग्रुप स्टेज में हारा था अमेरिका
फ्रांस के लिए ये हार काफी दुखभरी है क्योंकि ग्रुप स्टेज में अमेरिका और फ्रांस एक ही साथ थे। फ्रांस ने ग्रुप मैच में अमेरिका को 83-76 से हराया था। ऐसे में फ्रांस की टीम को उम्मीद थी कि फाइनल जीतने में कामयाबी हासिल कर लेंगे, लेकिन अमेरिकी टीम शुरुआत से ही फ्रांस पर भारी पड़ी । NBA की ब्रूकलिन नेट्स के लिए खेलने वाले ड्यूरंट ने कुल 29 प्वाइंट्स स्कोर किए जिसमें 6 रिबाउंड और 3 असिस्ट भी शामिल थे। केविन के अलावा गोल्डन स्टेट वॉरियर्स के लिए खेलने वाले जमान ग्रीन्स और बॉस्टन सेल्टिक्स के जेसन टेटम ने भी गोल्ड मेडल मैच में बेहतरी भूमिका निभाई। यह अमेरिका का लगातार चौथा गोल्ड मेडल है ।
केविन ड्यूरंट के तोड़े कई रिकॉर्ड
ड्यूरंट का ये तीसरा ओलंपिक गोल्ड मेडल है और वो हमवतन कार्मेलो ऐंथनी के अलावा तीन गोल्ड मेडल ओलंपिक में जीतने वाले दूसरे खिलाड़ी हैं। ड्यूरंट अमेरिका के लिए ओलंपिक में बास्केटबॉल में सबसे ज्यादा प्वाइंट स्कोर करने वाले खिलाड़ी भी बन गए हैं, यहां उन्होंने ऐंथनी 336 प्वाइंट्स के रिकॉर्ड को तोड़ा और इस ओलंपिक के माध्यम से अपने टोटल प्वाइंट्स 435 कर लिए हैं।
बास्केटबॉल में अमेरिका का दबदबा
साल 1936 में आधिकारिक रूप से प्रतियोगिता के रूप में ओलंपिक में बास्केटबॉल को शामिल किया गया, और तभी से अमेरिकी दबदबा इस खेल में साफ देखा जा सकता है।
1936 से लगातार 7 बार ओलंपिक गोल्ड अमेरिका ने जीता, 1972 म्यूनिक ओलंपिक के फाईनल में अमेरिकी टीम सोवियत यूनियन से हारी थी। 1976 में टीम ने फिर गोल्ड जीता जबकि 1980 में टीम ने भाग ही नहीं लिया। 1984 में अमेरिका फिर गोल्ड जीतने में कामयाब रहा तो 1992, 96 और 2000 के ओलंपिक खेल में भी चैंपियन रहा। 1988 और 2004 में ओलंपिक ब्रॉन्ज टीम के नाम रहा और 2008 से लगातार चार ओलंपिक टीम ने जीते हैं। महिला बास्केटबॉल में भी 12 में से 8 बार गोल्ड मेडल अमेरिकी टीम के नाम रहा है।