टोक्यो ओलंपिक में महिला बास्केटबॉल के फाइनल में अमेरिका ने मेजबान जापान को 90-75 से हराकर गोल्ड मेडल अपने नाम कर लिया है। इस पदक के साथ ही अमेरिका के 37 स्वर्ण पदक हो गए हैं और चीन के 38 गोल्ड के बाद अमेरिका पदक तालिका में दूसरे नंबर पर हैं। आज ओलंपिक के आखिरी दिन कुछ और स्पर्धाओं के फाइनल मुकाबले में अमेरिका के खिलाड़ी उतरने वाले हैं, ऐसे में ये देखना दिलचस्प होगा कि आखिर चीन और अमेरिका में कौन सा देश सबसे ज्यादा गोल्ड जीतकर पदक तालिका में टॉप पर रहता है।
लगातार 7वां गोल्ड
अमेरिकी महिलाओं ने ओलंपिक बास्केटबॉल में अपना दबदबा बनाते हुए लगातार 7वीं बार गोल्ड जीता है। अभी तक कुल 12 बार ओलंपिक में महिलाओं के बास्केटबॉल का आयोजन हुआ है और अमेरिकी टीम ने 9 बार ये गोल्ड जीता है। मेजबान जापान की महिलाएं पहली बार बास्केटबॉल के टॉप 4 में पहुंची थीं, ऐसे में ये सिल्वर उनके लिए बेहद खास है।
क्या अमेरिका मारेगा बाजी?
7 अगस्त तक चीन के पास कुल 38 स्वर्ण पदक थे और वो पदक तालिका में पहले नंबर पर चल रहा है, लेकिन अमेरिका भी दूसरे नंबर पर अब 37 स्वर्ण पदक लेकर खड़ा है। ऐसे में लग रहा है कि अमेरिका बाजी मार ले जाएगा क्योंकि 8 अगस्त को महिला वॉलीबॉल और मुक्केबाजी के 2, यानि कुल 3 मुकाबलों के फाइनल में अमेरिका के खिलाड़ी भाग ले रहे हैं। अगर चीन और अमेरिका के गोल्ड बराबर रहते हैं तो सिल्वर मेडल की संख्या देखी जाएगी और वो अमेरिका के पास ज्यादा हैंं।
खेल की महाशक्ति हैं अमेरिका और चीन
चीन और अमेरिका ने ओलंपिक खेलों में अपना वर्चस्व स्थापित किया है। रियो ओलंपिक में 46 स्वर्ण के साथ अमेरिका टॉप पर था जबकि 26 स्वर्ण के साथ ग्रेट ब्रिटेन के बाद चीन तीसरे नंबर पर। 2012 लंदन ओलंपिक में अमेरिका के पास 46 गोल्ड थे जबकि चीन दूसरे नंबर पर 38 गोल्ड के साथ था। 2008 बीजिंग ओलंपिक में मेजबान चीन ने अमेरिका का वर्चस्व तोड़कर 48 गोल्ड जीतकर टॉप स्थान हासिल किया था जबकि अमेरिका के खाते में 36 ही गोल्ड आए थे। इसलिए हर चार साल में होने वाले ग्रीष्मकालीन खेलों में अमेरिका और चीन के बीच पहले नंबर पर आने की इस होड़ को देखना काफी दिलचस्प होता है। टोक्यो में अंतिम पदक तालिका क्या रहती है, ये कुछ घंटों बाद साफ हो जाएगा।