टोक्यो में चल रहे ओलंपिक खेल समापन की ओर बढ़ रहे हैं, और लगभग हर स्पर्धा या तो समाप्त हो चुकी है या आखिरी मैच होने वाले हैं, ऐसे में दुनिया के सबसे लोकप्रिय खेल के लोकप्रिय खिलाड़ियों को ओलंपिक में नहीं देखने का मलाल कई खेलप्रेमियों को है। हम बात कर रहे हैं फुटबॉल की, और कई खेल प्रेमी यह नहीं समझ पा रहे कि क्यों फुटबॉल के बड़े बड़े सितारे जैसे लियोनल मेस्सी या क्रिस्टियानो रोनाल्डो ओलंपिक में अपने देशों की टीम का प्रतिनिधित्व क्यों नहीं करते।
अंडर-23 राष्ट्रीय टीम लेती हैं
दरअसल ओलंपिक खेलों में फुटबॉल का खेल केवल 23 साल से कम उम्र के खिलाड़ियों के लिए है। 1992 के बार्सिलोना ओलंपिक से इस नियम को सख्ती से लागू किया गया हालांकि 1996 अटलांटा ओलंपिक से नियमानुसार टीम में अधिकतम 3 सीनियर खिलाड़ी खेल सकते हैं। दरअसल फुटबॉल की गवर्निंग बॉडी फीफा का मानना है कि ओलंपिक और फुटबॉल विश्व कप चार साल में होते हैं, ऐसे में अगर राष्ट्रों की पूरी सीनियर टीम ओलंपिक में भी खेलेंगी तो विश्व कप की महत्ता कम हो जाएगी। इसलिए अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति ने भी इस बात पर हामी भरी। हालांकि 3 सीनियर खिलाड़ियों के रूप में वो भाग ले सकते हैं, लेकिन अधिकतर प्रोफेशनल फुटबॉलर एक समय के बाद ओलंपिक में खुद ही भाग नहीं लेते, इसके अलावा खुद ओलंपिक टीमों के कोच बहुत कम बार सीनियर प्लेयर्स को टीम में शामिल करते हैं, क्योंकि उनके आने से युवा टीम के तालमेल पर असर पड़ने की संभावना होती है। इसलिए आप बड़े-बड़े नामों को ओलंपिक फुटबॉल में ज्यादा नहीं देख पाते।
बड़ी -बड़ी टीमों का खराब रिकॉर्ड
उम्र की सीमा की वजह से बड़ी-बड़ी विजेता टीमें भी ओलंपिक में बहुत खास नहीं कर पाई हैं। ब्राजील ने आज तक पुरुष फुटबॉल में एक ओलंपिक गोल्ड 2016 रियो ओलंपिक में ही जीता, जबकि जर्मनी भी एक ही बार गोल्ड जीत पाई है वो भी ईस्ट जर्मनी के रूप में। फ्रांस के नाम सिर्फ 1 गोल्ड 1984 में आया। युवा जोश के इस नियम की वजह से नाईजीरिया और कैमरून जैसे अफ्रीकी देश 1-1 बार गोल्ड जीत चुके हैं।
ओलंपिक मेडल जीत चुके हैं मेस्सी
मेस्सी ने साल 2008 के बीजिंग ओलंपिक में अर्जेंटीना की अंडर-23 फुटबॉल टीम की ओर से खेला था और टीम को गोल्ड मिला था। एंजेल डी मारिया भी इस टीम में शामिल थे। दुनिया के सबसे महंगे फुटबॉल खिलाड़ी नेमार ने भी ब्राजील की ओर से ओलंपिक में भाग लिया है। 2012 में 20 साल के नेमार अंडर-23 राष्ट्रीय टीम का हिस्सा थे और उनकी टीम को सिल्वर मेडल मिला था जबकि 2016 में वो उन 3 सीनियर खिलाड़ियों में शामिल थे जो अंडर-23 टीम के साथ शामिल हो सकते थे और उन्हें गोल्ड मिला।
क्रिस्टियानो रोनाल्डो के लिए ओलंपिक कुछ खास नहीं रहा है। उन्होंने 19 साल के खिलाड़ी के रूप में 2004 एथेंस ओलंपिक में पुर्तगाल की टीम की ओर से भाग लिया था लेकिन उनकी टीम ग्रुप स्टेज में ही बाहर हो गई।
टोक्यो में क्या रहे नतीजे
टोक्यो ओलंपिक में फुटबॉल के लगभग सभी मुकाबले हो चुके हैं। पुरुष टीम का फाइनल मैच ब्राजील और स्पेन के बीच होना है। पुरुष टीम का कांस्य मेक्सिको ने मेजबान जापान को हराकर जीता। महिला फुटबॉल में कनाडा ने पेनेल्टी शूटआउट में स्वीडन को मात देकर गोल्ड जीता, जबकि अमेरिका ने ऑस्ट्रेलिया को हराकर कांस्य पदक जीता।