2018 एशियन गेम्स में भारतीय टेबल टेनिस खिलाड़ियों का प्रदर्शन जिस तरह से रहा वो काबिल-ए-तारीफ है। कुछ ऐसी ही ताबड़तोड़ रोमांच की उम्मीद भारतीय खेल प्रेमी 3 साल बाद टोक्यो ओलंपिक में कर रहे हैं। शरथ कमल एक ऐसा नाम हैं जिन्होंने भारतीय टेबल टेनिस की कमान कई सालों से थामी हुई है। वो भी उम्मीद अनुसार आखिरी बार ओलंपिक में शिरकत करते हुए देखेंगे।
कमल के बारे में खास बात ये है कि उनकी कभी ना हारने वाला अंदाज़। साउथ इंडिया से आये इस खिलाड़ी के लिए ये 'English Quote' बखूबी बैठता है। "Players Play The Game, Legends Rule The Game" इस बार शरथ अकेले नहीं हैं। इस बार उन्हें मनिका बत्रा और जी साथियान जैसे खिलाड़ी का भरपूर सहयोग मिलेगा। कई एक्सपर्ट का ये भी मानना है कि “Wonder Of Tokyo” बन सकते हैं।
ओलंपिक क्वालीफइर्स में इन दोनों खिलाड़ियों के प्रदर्शन ने काफी सुर्खिया बंटोरी है। ऐसा लग ही नहीं रहा था कि ये दोनों खिलाड़ी काफी समय बाद खेल रहे हैं। बहरहाल देखना ये दिलचस्प होगा कि ये दोनों खिलाड़ी क्या उसी लय मे हैं। क्योंकि भारत में बढ़ते कोविड केस के वजह से कई खिलाड़ी को उम्मीद अनुसार ट्रेनिंग सेशन नहीं मिला, जिसका थोड़ा बहुत असर इस प्रतियोगिता में देखने को मिल सकता है। शरथ ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि चीनी ताइपे को मुख्य प्रतिद्वंदी बताया। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि भारत को अपना पहला मुकाबला चीनी ताइपे के खिलाफ 24 जुलाई सुबह 6.30 बजे खेलना है। हालांकि जापान जाने से पहले इन खिलाड़ियों को सिर्फ 3 दिन का अभ्यास सत्र मिला था।
भारतीय टेबल टेनिस का कार्यभार देख रहे एमपी सिंह का कहना है कि मुझे भरोसा है कि हमारे खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन करेंगे। बीतें कुछ वर्षों में भारत में टेबल टेनिस को लेकर लोगों को नजरिया बदला है। उसका असर कहीं ना कही इस ओलंपिक में जरूर देखने को मिलेगा।
शरथ और मनिका के अलावा जी साथियान और सुतीर्था मुखर्जी पर लोगों की निगाहें बनी रहेंगी।