ओलंपिक के रंगारंग समापन के बाद पैरालंपिक की दिवानगी लोगों के सर चढ़कर बोली रही है । भारत के तरफ से भी एक विशाल दल को इस प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए भेजा जा रहा है। आइए एक नजर भारत के उन खिलाड़ियों पर डालते हैं, जो इस प्रतियोगिता में पदक जीतने के होड़ में सबसे आगे हैं।
1)मनीश नरवाल
मनीश नरवाल से भारत को पदक की सबसे ज्यादा उम्मीद है। नरवाल 10 मीटर एयर पिस्टल में काफी चर्चित नाम है। 2016 से इस खिलाड़ी ने कई प्रतियोगिता में पदक अपने नाम किए हैं। ऐसे में देखना ये दिलचस्प ये होगा कि क्या नरवाल इस प्रतियोगिता में भी पदक जीत पाते हैं।
2) प्रमोद भगत
टोक्यो पैरालंपिक में बैडमिंटन को पहली बार इस प्रतियोगिता में शामिल किया गया है। भारत की तरफ से प्रमोद भगत एसएल-3 प्रतियोगिता में अपनी दावेदारी को पेश करेंगे। 33 वर्षीय भगत के लिए कई विश्व प्रतियोगिता में पदक अपने नाम कर चुके हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस खिलाड़ी के शानदार प्रदर्शन को देखते हुए कई बार इन्हें भारत सरकार ने पुरस्कारों से नवाजा है।
3) एकता भयान
एकता भयान भारत की सबसे सफल क्लब और डिस्कस और क्लब थ्रो खिलाड़ी हैं। 36 वर्षीय एकता के नाम राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय प्रतियोगिता में कई पदक अपने नाम किए हैं। सबसे ताज्जुब की बात ये कि इन्होंने इस खेल में पर्दापण 2016 में किया था। ऐसे में देखना ये दिलचस्प है कि क्या एकता खेल महाकुंभ में भारत के लिए पदक जीत पाती हैं?
4) सुमीत अंटील
सुमीत अंटील भारत के विख्यात पैरा जैवलिन थ्रोअर में से एक हैं। 23 वर्षीय सुमीत ने राष्ट्रीय प्रतियोगिता में 66.90 मीटर भाला फेंका था। हालांकि इस प्रतियोगिता को अंतराष्ट्रीय पैरालंपिक कमेटी द्वारा मान्यता प्राप्त नहीं है। ऐसे में सुमीत पैरालंपिक प्रतियोगिता कौन सा नया कीर्तिमान स्थापित करते हैं, ये देखना दिलचस्प होगा।
टोक्यो पैरालंपिक को लेकर भारत में जिस तरफ का महौल पहले कभी नहीं देखा गया। ऐसे में खिलाड़ियों को हिस्सेदारी को ही सोने पर सुहागा पर देखा जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिस तरह टोक्य ओलंपिक में भाग लिए सभी खिलाड़ियों के वतन वापसी के बाद प्रोत्साहित किया। वो देखने योग्य था। पैरालंपिक खिलाड़ी भी इस प्रतियोगिता में कुछ इसी तरह के सम्मान की उम्मीद करते हैं। हालांकि खिलाड़ियों को फोकस अभी टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन करने पर है।