युवा टेस्ट कप्तान विराट कोहली के लिए साल 2016 काफी लकी साबित हुआ है। विराट कोहली सीरीज़ दर सीरीज़ नए रिकॉर्ड अपने नाम कर रहे हैं। साल 2016 में भी क्रिकेट के इस धुरंधर बल्लेबाज ने कई रिकॉर्ड अपने नाम किए।वर्ल्ड क्रिकेट में विराट कोहली दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज़ों में शुमार हैं। कोहली गेंदबाजों के लिए खौफ का दूसरा नाम बने हुए हैं। उनका बल्ला मानो रुकने का नाम ही नहीं ले रहा। कोहली ने साल की शुरूआत ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 5 वनडे मैचों की सीरीज में 2 जबरदस्त शतकों के साथ की। इसके बाद मार्च-अप्रैल में भारत में ही खेले गए वर्ल्ड टी 20 में भी कोहली को प्लेयर ऑफ द मैच के अवॉर्ड से नवाजा गया। आईपीएल के नौवें सीजन में कोहली की कप्तानी में रॉयल चैलेंजर बैंगलोर ने फाइनल तक का सफर तय किया। कोहली ने आईपीएल के 9वें सीजन में 16 टी 20 मैचों में 81.08 की औसत से 973 रन बनाए थे। टेस्ट क्रिकेट में कोहली के प्रदर्शन में और ज्यादा निखार आया। 2016 में खेले गए 11 टैस्ट मैचों में कोहली ने 80 की औसत से 1200 रन बनाए। उन्होंने इस साल में तीन टेस्ट सीरीज जीती, जिसमें वेस्टइंडीज, न्यूजीलैंड और इंगलैंड की टीमों को मात दी। कोहली इस साल अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में दूसरे ऐसे बल्लेबाज़ हैं, जिन्होंने साल 2016 में सभी फॉर्मेट्स को मिलाकर 2000 से ज्यादा रन बनाये हैं। इस साल टेस्ट क्रिकेट में कोहली ने 3 बार दोहरे शतक जड़े। बल्ले से तो विराट का धमाल जारी रहता ही है। इसके साथ साथ वो कप्तानी के मोर्चे पर भी वो सुपरहिट हैं.। विराट की कप्तानी में टीम इंडिया टेस्ट क्रिकेट में लगातार जीत के झंडे गाड़ रही है। जिसके चलते विराट टेस्ट क्रिकेट में टीम इंडिया के चौथे सबसे सफल कप्तान बन गए हैं। भारतीय क्रिकेट में कोहली के बढ़ते रूतबे को इसी से समझी जा सकता है कि सुनील गावस्कर ने कहा था कि अगर आप को एक अच्छा खिलाड़ी बनना है, तो आप के पास टैलेंट होना जरूरी है पर अगर आप महान खिलाड़ी बनना चाहते हैं तो आप के पास विराट कोहली जैसे एटिट्यूड होना चाहिए। कोहली ने 2016 में तो अपना लोहा मनवाया ही लेकिन नए साल में विराट से काफी उम्मीदें की जा रही हैं।