टोक्यो ओलंपिक में महिला गोल्फ के आखिरी दिन भारत की अदिति अशोक ने जो प्रदर्शन किया वो दुनियाभर के गोल्फ प्रेमी और भारत के खेल प्रेमियों ने देखा और सराहा। अदिति सिर्फ 1 शॉट की वजह से कांस्य पदक से चूक गईं, और चौथे स्थान पर खेल खत्म किया, लेकिन 23 साल की इस खिलाड़ी के चार दिनों के शानदार खेल को वहां मौजूद अन्य खिलाड़ियों ने खूब सराहा। लेकिन अदिति ने ये सारी मेहनत तब की जब वो दो महीना पहले ही कोविड से जूझकर वापिस आई हैं।
थकान भरा रहा मुकाबला
अदिति ने चौथे स्थान पर रहने के बाद एक निजी न्यूज चैनल को दिए इंटर्व्यू में बताया कि इस साल मई में उन्हें कोविड हो गया था। अदिति विदेश में ट्रेनिंग कर रही थीं, पर वीजा से संबंधित कार्य के लिए मई में भारत आईं थी, और इसी दौरान उन्हें कोविड हो गया। सामान्य रूप से भी कोविड-19 के कारण शरीर को हुए नुकसान से इंसान को काफी थकान रहती है। अदिति ने भी यही झेला। दो महीने बाद ही ओलंपिक के गोल्फ कोर्स पर उतर आईं, लेकिन 4 दिन लगातार खड़े रहकर गोल्फ खेलना अपने आप में ही थकाने वाला है, और अदिति के मुताबिक उनके लिए ये 4 दिन काफी मुश्किल भरे रहे।
विश्व नंबर 1 को दिया कड़ा कॉम्पिटिशन
रोलेक्स विश्व गोल्फ रैंकिंग में 23 साल की अदिति अशोक दुनिया में 200वें स्थान पर हैं और नेली ने ओलंपिक में चौथा स्थान हासिल किया। विश्व की नंबर 1 खिलाड़ी अमेरिका की नेली कोरडा ने गोल्ड जीता, जबकि सिल्वर जीतने वाली जापान की ईनामी 28वें नंबर की खिलाड़ी हैं, वहीं कांस्य जीतने वाली न्यूजीलैंड की लीडिया को 11वें नंबर की खिलाड़ी हैं। ऐसे में अदिति ने लगातार 3 दिन सभी टॉप रैंक्ड खिलाड़ियों को कांटे की टक्कर दी और मेडल पोजिशन में बनी रहीं। आखिरी दिन एक शॉट प्लेसमेंट के कारण वो पदक से चूक गईं, लेकिन अदिति के जज्बे और हौसले ने देश के खेल प्रेमियों को खुश कर दिया।
अगले ओलंपिक में होगी धमक
टोक्यो ओलंपिक में उनके प्रदर्शन के बाद फैंस उम्मीद कर रहे हैं कि अब आने वाले गोल्फ मुकाबलों में वो बेहतर खेलेंगी और 2024 के पेरिस ओलंपिक में पदक जीतने में सफल रहेंगी। सातवें, चौथे स्थान के बाद अगला स्थान पोडियम फिनिश के रूप में आए, हम सभी खेल प्रेमी अदिति के लिए यही चाहेंगे।