राजस्थान वारियर्स को आखिरकार 8 मैचों के बाद अल्टीमेट खो खो के पहले सीजन में जीत मिल ही गई। राजस्थान ने महालुंगे स्थित श्री शिव छत्रपति स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में जारी टूर्नामेंट में मंगलवार को दिन के दूसरे मैच में चेन्नई क्विक गन्स को 66-31 के अंतर से हराया। दिन के पहले मैच में मुंबई खिलाड़ीज ने 48 अंक के अंतर से ओडिशा जगरनॉट्स का छह मैचों से चला आ रहा विजय रथ रोक दिया।
राजस्थान ने अपने नौवें मैच में जीत का स्वाद चखा जबकि प्लेऑफ का टिकट कटा चुकी चेन्नई की टीम को अंतिम लीग मैच में हार मिली। राजस्थान की जीत में उसके वजीर ऋषिकेश मुरचावड़े (14 अंक) और कप्तान मजहर जमादार (14 अंक) का अहम योगदान रहा। चेन्नई के लिए पी. आनंद कुमार ने सबसे अधिक 8 अंक बनाए।
चेन्नई ने टॉस जीत डिफेंड करने का मन बनाया और पहले बैच में शामिल विजयभाई बेगाड़ (2.52 मिनट) उसे बोनस दिलाने मे सफल रहे। पहले हाफ की समाप्ति तक राजस्थान ने 25-2 की लीड ले ली थी। जवाब में चेन्नई ने पावरप्ले से शुरुआत की। राजस्थान का पहला बैच 2.19 मिनट मैट पर रहा। दूसरे बैच से दिलराज सिंह सेंगर (2.36 मिनट) ने बोनस लिया। तीसरे बैच से भुवनेश्वर साहू और भरत कुमार नाबाद लौटे।
इस तरह पहले हाफ तक स्कोर 27-22 से राजस्थान के पक्ष में था। तीसरे टर्न में राजस्थान ने अपने वजीर ऋषिकेश और कप्तान जमादार के शानदार अटैक के दम पर चेन्नई के 11 खिलाड़ियों को चलता किया और 56-22 की लीड के साथ चेन्नई के सामने मुश्किल चुनौती रखी।
इस चुनौती सामना कर रही चेन्नई की टीम पहले बैच से ही मजहर (4.44 मिनट) और निखिल बी (3.47 मिनट) को छह बोनस अंक लेने से नहीं रोक सकी। मजहर ने इसके बाद भी टीम को चार और बोनस दिलाते हुए चेन्नई की हार सुनिश्चित कर ली। इस तरह चेन्नई ने चौथे स्थान पर रहते हुए लीग स्तर का समापन किया।
इससे पहले, गजानन सेनगल (17 अंक और 10 बोनस) के हरफनमौला खेल की बदौलत मुंबई खिलाड़ीज ने पहले ही प्लेऑफ में जगह बना चुकी ओडिशा जगरनॉट्स को 79-31 के अंतर से हरा दिया। ओडिशा की लगातार छह जीत के बाद पहली हार है जबकि मुंबई को 10 मैचों में चौथी जीत मिली।
अपना अंतिम मैच खेल रही मुंबई की टीम हालांकि टूर्नामेंट से बाहर हो चुकी है। उसके लिए गजानन के अलावा एस. श्रीजेश और दुर्वेश सालुंके ने भी चमक दिखाते हुए क्रमशः छह और चार बोनस अंक बटोरे। श्रीजेश ने 11 अंक भी अपने नाम किए। इसके अलावा शुभम काच्ची ने भी 11 अंक बटोरे। ओडिशा के लिए दिनेश नाइक ने सबसे अधिक 12 अंक बनाए।
टॉस जीतकर डिफेंस करने उतरी मुंबई के पहले बैच में शामिल दुर्वेश सालुंके (3.48 मिनट) और गजानन सेनगल (4.34 मिनट) ने छह बोनस अंक दिलाए। दुर्वेश के आउट होने के बाद गजानन ने चार और बोनस दिलाए। दूसरे बैच से रोहन कोरे (2.25 मिनट) नाबाद लौटे। इस टर्न के समाप्त होने तक स्कोर 12-10 से ओडिशा के पक्ष में था।
जवाब में मुंबई ने पावरप्ले से शुरुआत की और हाफ टाइम तक 43-12 की लीड ले ली थी। तीसरे टर्न में एस. श्रीजेश (3.14 मिनट) ने मुंबई को चार और बोनस दिलाए। ओडिशा ने हालांकि इस टर्न के अंत तक स्कोर 31-47 कर दिया लेकिन वह काफी पिछड़ चुकी थी।
अंतिम टर्न में भी ओडिशा के खिलाड़ी कोई चमत्कार नहीं कर सके और इस तरह इसे लगातार छह मैचों के बाद पहली और सीजन की दूसरी हार मिली। इस हार के बावजूद यह टीम छह टीमों की तालिका में शीर्ष पर विराजमान है। मुंबई ने पांचवें स्थान पर रहते हुए अपना सफर समाप्त किया।
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