दुनिया के सबसे तेज धावक उसेन बोल्ट ने दावा किया कि उन्हें पेशेवर फुटबॉल में खुद को साबित करने का ज्यादा मौका नहीं मिला। उसेन बोल्ट का मानना है कि उन्हें ऑस्ट्रेलिया की ए लीग में खुद को साबित करने का पर्याप्त मौका नहीं मिला, जिसकी वजह से वो पेशेवर फुटबॉलर नहीं बन सके। जमैका के उसेन बोल्ट आठ बार ओलंपिक चैंपियन रह चुके हैं। उसेन बोल्ट ने एथलेटिक्स से संन्यास लेने के बाद अपने बचपन का सपना पूरा करने की ठानी। उसेन बोल्ट ने 2018 में सेंट्रल कोस्ट मरिनर्स से करार करके अपने बचपन के सपने को पूरा करने की ठानी थी।
उसेन बोल्ट ने दुनियाभर से आकर्षण हासिल किया था, जब उन्होंने प्री-सीजन दोस्ताना मैच में दो गोल दागे थे। मगर उसेन बोल्ट की क्षमता पर आयरलैंड के स्ट्राइकर एंडी कियोग ने सवाल खड़े किए थे। उसेन बोल्ट ने चैनल नाइन टीवी नेटवर्क से बातचीत करते हुए कहा, 'मुझे लगता है कि पर्याप्त मौके नहीं मिले। मैंने ऐसा नहीं किया, जैसा करना चाहता था, लेकिन यह ऐसी चीज है जो मुझे लगता है कि मैं इसमें अच्छा हूं। मगर यह ऐसी चीज है कि आपको भूलकर आगे बढ़ना होता है।'
उसेन बोल्ट ने कई जगह किया प्रयास
100 मीटर और 200 मीटर के विश्व रिकॉर्डधारी उसेन बोल्ट ने इससे पहले जर्मनी, दक्षिण अफ्रीका और नॉर्वे के फुटबॉल क्लब में भी प्रयास किया। उसेन बोल्ट से यह पूछा गया कि करियर शिफ्ट करने पर कोई मलाल रहा तो जमैका के धावक ने कहा, 'मैंने भी इस बारे में कई बार सोचा है कि चीजें वैसी नहीं हुई, जैसी मैं चाहता था, क्योंकि मुझे फुटबॉल से बेहद प्यार है। मुद्दे की बात यह है कि मैं इसमें सफल नहीं हुआ। मैंने इस बारे में सोचा भी। मगर जैसा कि मैंने कहा- यह ऐसी चीज है, जिससे आपको आगे बढ़ना होता है।'
उसेन बोल्ट अब हैं खुश
इस साल की शुरूआत में उसेन बोल्ट और उनकी पार्टनर कैसी बैनेट बेबी गर्ल के माता-पिता बने हैं। उसेन बोल्ट ने कहा कि फुटबॉलर नहीं बनने का मलाल अपने आप पीछे छूट गया, जब उनकी जिंदगी में बेटी आईं। उसेन बोल्ट ने प्रसारणकर्ता से बातचीत करते हुए कहा, 'पिता बनकर बहुत अलग महसूस हो रहा है। इससे आपको परिपूर्ण होना महसूस होता है, इसलिए मैं बहुत खुश हूं और इस यात्रा के लिए बेहद उत्साहित हूं। मैं इसका अनुभव दिन-प्रतिदिन लेता जा रहा हूं।' बता दें कि उसेन बोल्ट को फुटबॉल से बहुत प्यार है और उनके बचपन का सपना था कि वह बड़े होकर फुटबॉलर बनें।