विनेश फोगाट का नाम इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है। चर्चा का विषय होना ठीक है, लेकिन गलत वजहों से चर्चा होते रहना ये सही नहीं है। टोक्यो ओलंपिक के क्वार्टरफाइनल में करारी शिकस्त झेलने के बाद विनेश भारतीय रेसलिंग संघ के निशाने पर आ गई हैं। भारत आते ही कुश्ती संघ ने महिला पहलवान पर अभद्र व्यवहार को लेकर प्रतिबंध लगाया।
इसके बाद उन्हें कारण बताओ नोटिस भी भेजा। कारण बताओ नोटिस में विनेश पर ओलंपिक में IOA द्वारा जर्सी ना पहनने पर। अन्य खिलाड़ियों के साथ गलत व्यवहार और समय पर जापान में ना पहुंचने को लेकर आरोप लगाया है, जिसके जवाब में फोगाट के वकील विदुस्पत सिंघानिया ने भारतीय कुश्ती संघ को उन्हीं के नोटिस में घेर लिया है। विदुस्पत, क्रीड़ा लीगल नाम से अपनी स्पोर्टस लॅा फार्म चलाते हैं। क्रीड़ा लीगल के बारे में बात करें तो भारत के कई खिलाड़ियों के न्याय के लिए इस संस्था ने काम किया है। विनेश के वकील ने भारतीय ओलंपिक संघ की जर्सी ना पहनने की बात स्वीकारी। इसके अलावा सारी बातों को उन्होंने सरे से नकार दिया है।
कोविड संक्रमण की वजह से अन्य खिलाड़ियों के साथ अभ्यास नहीं किया
विदुस्पत का कहना है, विनेश हंगरी से जापान आयी थी। जिसके बाद उन्हें जापान सरकार द्वारा मेंडेटरी तीन दिन के क्वरांटाइन में रखा गया। क्योंकि हंगरी से आते ही उनकी कोविड टेस्ट हुई और उनका रिपोर्ट पोजिटिव आया। अगर आपका रिपोर्ट पॉजिटिव आया तो वैसी भी आप किसी के साथ नहीं रह सकती।
फिजियो के साथ विवाद
टोक्यो ओलंपिक में जाने से पहले ही विनेश ने अपने लिए पर्सनल फिजियो की मांग की थी, जो प्रतियोगिता के दौरान भी उन्हें मिल नहीं पाया। इसके बाद उन्हें भारतीय शूटिंग टीम के फिजियो ने असिस्ट किया। लेकिन वो भी उन्हें रात के 10 बजे का समय देते थे। जिसको लेकर विनेश ने दरख्वास्त किया कि उन्हें फिजियो जल्द ही दिया जाए।
खिलाड़ियों से मतभेद
खिलाड़ियों से मतभेद को लेकर विनेश ने कहा कि सारे प्रोटोकोल्स पूरे होने के बाद सीमा बिसाल के साथ उन्होंने अभ्यास किया था।
नीरज चोपड़ा का मिल रहा है साथ
ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने वाले नीरज चोपड़ा, विनेश के समर्थन में आगे उतर आए हैं। महिला पहलवान पर गर्व जताते हुए उन्हें अपने आगे की तैयारी को लेकर शुभकामनाएं दी है।
भारतीय कुश्ती संघ और भारतीय ओलंपिक संघ से गलत जर्सी पहनने को लेकर विनेश ने माफी मांग ली है। वहीं भारतीय कुश्ती संघ के अंदरूनी लोगों के बारे में बात करें तो उनकी माफी के बाद भी उन्हें विश्व कुश्ती प्रतियोगिता में खेलने की अनुमति नहीं दी जाएगी।