टोक्यो ओलंपिक में लचर प्रदर्शन के बाद महिला पहलवान विनेश फोगाट चारों तरफ से चर्चा का विषय बनी हुई हैं। भारत आने के बाद विनेश पर भारतीय कुश्ती संघ ने कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया है। 2018 एशियन गेम्स स्वर्ण पदक विजेता पर ये नोटिस स्पोंसर और साथी खिलाड़ी के साथ सही बर्ताव को लेकर लगाया गया है। ओलंपिक शुरू होने से पहले ही विनेश विवादों का विषय बनी रही हैं। खेलों के महाकुंभ के शुरू होने से पहले उन्होंने फिजियो को लेकर भारतीय ओलंपिक संघ को जमकर फटकार लगायी थी। इससे पहले भी वो प्रशिक्षण के लिए विदेश गई थी। वहां पर वीजा के दिक्कत के वजह से उन्हें जापान पहुंचने में देरी हुई थी।
पत्रकारों से बात करते हुए विनेश ने दोबारा कुश्ती मैट पर ना आने के संकेत दिए हैं। हरियाणा के इस खिलाड़ी का मानना है कि हर तरफ उनकी आलोचना हो रही है।
"मेरी मानिसक स्थिति बहुत खराब है। मुझे नहीं लगता है कि भारत के लिए दोबारा पहलवानी कर पाऊँगी।" टोक्यो ओलंपिक में विनेश से सभी को मेडल की उम्मीद थी, लेकिन उनका सफर क्वार्टरफाइनल में खत्म हो गया।
क्या मेडल आता तो कारण बताओ नोटिस नहीं देना पड़ता?
भारतीय कुश्ती संघ को विनेश फोगाट को मेडल की सबसे ज्यादा उम्मीद थी। खुद कुश्ती संघ के अध्यक्ष वृजभूषण सिंह कह चुके हैं। विनेश से मुझे मेडल की उम्मीद थी। भारत सरकार ने उन्हें टॅाप्स स्किम में भी रखा। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि टॅाप्स में उन खिलाड़ियों को रखा जाता है। जिनसे देश को सबसे ज्यादा मेडल की उम्मीद है। कहते हैं कि जब कुछ अच्छा करते हैं तो उसकी कई गलतियां माफ की जाती है। कुछ ऐसा ही विनेश के साथ हुआ। अगर वो पदक लेकर आती तो उनका सब कुछ माफ हो जाता। यहां मेडल ना आना तो कहीं ना कहीं आप पर गाज गिरना काफी था।
क्या विनेश के जाने से महिला कुश्ती सुनी हो जाएगी?
विनेश फोगाट के बारे में बात करें तो महिला कुश्ती में उनके आस-पास का कोई खिलाड़ी नहीं है। 2016 रियो ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने वाली साक्षी मलिक से आगे भी ओलंपिक में मेडल की उम्मीद थी। लेकिन दुर्भाग्यवश ऐसा हो ना सका।
क्या मेडल ना लाना गुनाह है?
भारत में अगर खिलाड़ी मेडल का आता है तो उसे वो सम्मान नहीं मिलता जो बाकी खिलाड़ियों को मिलता। हालांकि इन सब चीजों पर मानसिकता बदली है। लेकिन जिस गति से बदलने चाहिए वो उस प्रकार नहीं बदल पा रही है।
बहरहाल भारतीय कुश्ती संघ ने विनेश अभी कारण बताओ नोटिस के जवाब के इंतजार में हैं। वहीं विनेश के इस निर्णय के बाद संघ के क्या फैसला लेता है तो ये देखने लायक होगा।