Vinesh Phogat Like Incident In Paris Paralympics : पेरिस ओलंपिक 2024 के दौरान भारत की महिला पहलवान विनेश फोगाट से उनका मेडल छीन लिया गया था। विनेश फोगाट 50 किलोग्राम फ्रीस्टाइल रेसलिंग के फाइनल में पहुंच गई थीं लेकिन 100 ग्राम वजन ज्यादा होने की वजह से उन्हें अयोग्य करार देकर उनसे मेडल ही छीन लिया गया था। इसको लेकर भारत में काफी हंगामा मचा था और अभी तक इस बारे में बात हो रही है। अब इसी तरह का एक और मामला पेरिस पैरालंपिक में देखने को मिला है। इस बार ऑस्ट्रेलिया के धावक से उनका कांस्य पदक छीन लिया गया। हालांकि इसमें ऑस्ट्रेलियाई एथलीट की ही गलती है।
पेरिस पैरालंपिक 2024 के दौरान ऑस्ट्रेलिया के रेसर जैरीड क्लिफोर्ड ने 5000 मीटर स्पर्धा में तीसरा स्थान हासिल कर कांस्य पदक अपने नाम किया। लेकिन इसके बाद उन्हें अयोग्य घोषित करके पदक वापस ले लिया गया। अब हम आपको बताते हैं कि उनसे यह मेडल क्यों लिया गया।
जैरीड क्लिफोर्ड ने फिनिश लाइन क्रॉस करने से पहले कर दी बड़ी गलती
दरअसल पैरालंपिक में दृष्टि बाधित धावकों के लिए कुछ नियम बनाए गए हैं। इस नियम के अनुसार जब तक दौड़ पूरी नहीं हो जाती है, तब तक धावक अपने गाइड के साथ बंधी हुई रस्सी को नहीं गिरा सकता है। फिनिश लाइन क्रॉस करने के बाद ही उन्हें गाइड से रस्सी को अलग करना होता है लेकिन जैरीड क्लिफोर्ड ने दौड़ पूरी होने से पहले ही रस्सी को छोड़ दिया था। इसके बाद उन्हें अयोग्य घोषित करके उनका ब्रॉन्ज मेडल ले लिया गया।
जैरीड क्लिफोर्ड ने अयोग्य घोषित किए जाने के बाद निराशा जाहिर की। हालांकि उन्होंने अपनी गलती भी मान ली। क्लिफोर्ड ने कहा कि इतनी बड़ी गलती करने की वजह से वो काफी निराश हैं। उन आखिरी मीटर में उन्होंने अपना दिमाग खो दिया और एक बुनियादी गलत कर दी।
आपको बता दें कि पेरिस ओलंपिक के दौरान नियमों की वजह से ही विनेश फोगाट को मेडल नहीं दिया गया था। उनका वजन फाइनल मैच वाले दिन सिर्फ 100 ग्राम ज्यादा पाया गया था और उन्हें इसी वजह से अयोग्य घोषित करार दे दिया गया था और फाइनल मैच भी नहीं खेलने दिया गया था।